लखनऊ । एक ओर स्वाइन फ्लू और डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। दूसरी ओर सरकारी अस्पताल में ताला बन्दकर गए डाक्टरों का अतापता नहीं। ऐसा ही नजारा तेलीबाग स्थित अरबन हेल्थ सेन्टर में बुधवार को देखने को मिला। जब केन्द्र का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी को अस्पताल पर ताला मिला। स्थानीय लोग हेल्थ सेन्टर की अव्यवस्था की कई शिकायतें कर चुके हैं। इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीएस बाजपेयी ने संज्ञान लिया आैार सुबह आठ बजकर पन्द्रह मिनट पर निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को न तो डाक्टर मिले न नर्स और न ही कोई फर्मासिस्ट मिला। हेल्थ सेन्टर का पूरा कहां है, इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं था।
सीएमओ को देखकर लोगों का जमावड़ा लगाने लगा। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में बड़ी संख्या से लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं। कई मरीजों में डेंगू व स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। पड़ोस में हेल्थ सेन्टर है, लेकिन उपचार के लिए लोगों को डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ता है। स्थानीय लोगो ने सीएमओ से शिकायत की थी कुछ दिनो से यूएचसी बन्द पड़ा है। यहां बैठने वाला पूरा स्टाफ अक्सर गायब रहता है। करीब एक घंटे तक सीएमओ रूके लेकिन कोई भी कर्मचारी नहीं आया।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे जब हम निरीक्षण के लिए पहुंचे तो अर्बन हेल्थ सेन्टर तेलीबाग बन्द थी। स्थानीय लोगों कि शिकायत आई थी। मामले की गम्भीरता से लेते हुए निरीक्षण किया तो हेल्थ सेन्टर बन्द मिला। सभी अनुपस्थित डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ का एक दिन का वेतन काटा जाएगा।