लखनऊ। प्रदेश 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोविड वैक्सीनकरण के पहले दिन 317 सेटर संचालित संचालित जायेंगे।
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की बैठक में गुरूवार को को विभाजित -19 वैक्सीनेशन के पहले चरण के सिलसिले में आयोजित स्टेट स्टेयरिंग कमेटी के लिए इम्यूनाजेशन की बैठक आयोजित की गयी।
श्री तिवारी ने बताया कि टीकाकरण का समापन २६ जनवरी को किया जाएगा। विंब के दिन 317 केंद्र उत्तर प्रदेश में संचालित किए जायेंगे, जिसमें से जिला महिला अस्पताल वाराणसी और एमएलबी मेडिकल कॉलेज, झांसी में टु-वे वेबकासिंट्ट की होनी और अन्य 315 सा केवल दृश्य ओनली मोड पर रहेंगे। टीकाकरण गोम्भ के दिन प्रदेश के सभी को विभाजित अस्पतालों के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करा दिया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर लाभार्थियों की संख्या और स्थान की उपलब्धता के अनुसार एक से तीन सा आयोजित किए जा रहे हैं। बड़े चिकित्सालयों में स्थान उपलब्ध होने पर तीन से अधिक सा आयोजित किए जा सकते हैं। प्रत्येक सा के लिए तीन कमरों की आवश्यकता होगी, जिन्हे प्रतीक्षालय, टीकाकरण कक्ष और निगरानी कक्ष के रूप में प्रयोग किया जाएगा। बड़े शहरों में, प्राथमिक चिकित्सालयों के लिए, जहाँ 100 से अधिक स्वास्थ्य कैर वर्कर्स हैं, उनमें भी टीकाकरण सा नियोजित किया जा सकता है।
उन्होने बताया कि प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है जिसमें प्रदेश के सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य इकाईयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित अन्य विभागों के कर्मियों यथा-आशा, आंगनबाड़ी, सुपरवाइजर को भी सम्मिलित किया जाना है। दूसरे चरण में अन्य विभागों के फ्रन्टलाइन वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है, जिसमें राज्य एवं केन्द्रीय पुलिस विभाग, सशस बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबन्धन एवं नगरपालिकाओं के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का कोविड-19 टीकाकरण किया जायेगा।
तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के समस्त लोगों तथा 50 वर्ष से कम किन्तु डायबिटीज, सांस रोग, कैन्सर, उच्च रक्त चाप जैसे रोगों से ग्रसित व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में लगभग 1500 स्थान टीकाकरण हेतु चिन्हित किये जाने हैं। प्रथम चरण की गतिविधियां मुख्य रूप से सरकारी चिकित्सालयों में नियोजित किया जाना है, जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य केन्द्र, ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, जिला संयुक्त चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र, रेलवे अस्पताल, सीजीएचएस चिकित्सालय, सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज आदि को चयनित किया जाना है।
बैठक में बताया गया कि प्रत्येक सा में दो सुरक्षाकर्मी-पुलिस, होमगार्ड कर्मी, एक जांचकर्ता, एक वैक्सीनेटर, एक मोबिलाइजर सहित कुल पांच कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी और प्रथम और द्वितीय चरण में एक अतिरिक्त वैक्सीनेटर की भी नियुक्ति की जानी है। प्रत्येक टीकाकरण सा पर प्रतिदिन लगभग 100 लाभार्थियों को टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कैर वर्कर्स के टीकाकरण के लिए प्रत्येक सप्ताह दो टीकाकरण सा आयोजित किए जा रहे हैं,
टीकाकरण के लिए 75 जिलों में 4,639 चिकित्सा अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आपरेशनल गाइडलाइन के अनुसार ब्लाक लेवल पर 25,555 एएनएम और 1,50,748 ए, एडब्ल्यूडब्ल्यू आदि को लाइलाइन वर्कर के रूप में प्रशिक्षण दी जा चुकी है।