लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग की टीम को आलमबाग में परख डायग्नोस्टिक सेंटर में छापे के दौरान सरकारी अस्पताल का डाक्टर अल्ट्रासाउंड करते मिला, जबतक टीम उसको पूछताछ करती तब वह डायग्नोस्टिक सेंटर के पिछले गेट से भाग निकला। जांच में यह सरकारी डाक्टर पंंजीकृत डाक्टर के अवकाश पर जाने पर चोरी छिपे अल्ट्रासाउंड कर रहा था।
स्वास्थ्य विभाग अालमबाग के परख डायग्नोस्टिक सेंटर में सरकारी डाक्टर के प्रैक्टिस करने व स्वास्थ्य केन्द्र से गर्भवती महिलाओं को आशा कार्यकर्ता द्वारा लाकर जांच कराने की शिकायत मिली थी। विभाग ने इसकी जानकारी एकत्र करना शुरू कर दिया है। सीएमओ डा. जीएस बाजपेई के अनुसार शिकायत मिली कि अालमबाग स्थित परख डायग्नोस्टिक सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराने आती है। इसकी जांच के लिए डिप्टी सीएमओ डा. राजेद्र चौधरी के नेतृत्व में सेंटर भेजी गयी थी। टीम जब वहां पहुंची तो तब वहंा पर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था।
डा. चौधरी ने अल्ट्रासाउंड पूरा करके डाक्टर से बातचीत करने के निर्देश दिये। कुछ देर बाद पता चला कि डाक्टर गायब है। सेंटर में जब सख्ती से पूछताछ की गयी तो जानकारी हुई कि डाक्टर पिछले गेट से भाग निकले है। सेंटर में पूछताछ में पता चला कि रायबरेली में तैनात डा. वीके ओझा यहां अक्सर आकर अल्ट्रासाउंड करते है। जांच में पाया कि सेंटर का पंजीकृत डाक्टर अवकाश पर था। यहां पर स्वास्थ्य केन्द्र से आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लेकर आती है। डा. चौधरी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि डा. ओझा का तबादला बाराबंकी हो चुका है। सीएमओ डा. बाजपेई ने बताया कि जांच शुरू कर दी गयी है आैर सेंटर को नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया है।