लखनऊ। गोरा होने के लिए आजकल लोग स्टाराएड क्रीम का प्रयोग कर रहे हैं इससे त्वचा और खराब होने की संभावना रहती है। खासकर 14 साल से कम उम्र के बच्चों को चेहरे पर कोई भी क्रीम नहीं लगानी चाहिए। 40 फीसदी लोग बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिकल स्टोर से दवा लेते है। मर्ज के हिसाब से दवा सटीक नहीं होती है। तुरंत फायदे के लिए स्टाराइड क्रीम व दवा मरीज को थमा देते हैं। इससे मरीज को त्वचा संबंधी परेशानी होने लगती है। यह बात डॉ. अमित मदान ने जाहिर की।
वे शनिवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्माटोलॉजिस्ट, वेनेरोलॉजिस्ट्स एंड लेप्रोलॉजिस्ट्स की तरफ से आयोजित मिड डर्माकॉन-2022 को संबोधित कर रहे थे। कान्फ्रेंस के आयोजक सचिव डॉ. अमित मदान ने कहा कि दाग, धब्बे, जलन, खुजली और मुहांसे जैसी समस्या आम है। इसके इलाज में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। विशेषज्ञ की सलाह पर ही दवा व क्रीम लगाना चाहिए। क्योंकि मेडिकल स्टोर संचालक व झोलाछाप स्टराइड वाली क्रीम व दवा मरीज को थमा देते हैं। जिससे मरीज को तुरंत फायदा हो जाता है ,लेकिन उसके दुष्प्रभाव भी मरीज को भुगतने पड़ते हैं। स्ट्रराइड के इस्तेमाल से त्वचा पतली हो जाती है। लालीपन आ जाती है। दाग-धब्बे गहरे हो सकते हैं।
डॉ. अमित मदान ने बताया कि गोरा होने के लिए भी लोग स्टराइड युक्त क्रीम लगाते हैं। इसके बेजा इस्तेमाल से त्वचा पतली हो जाती है। खून की पतली नसें दिखने लगती हैं। धूप में त्वचा लाल हो जाती है। यही नहीं क्रीम ज्यादा दिनों तक इस्तेमाल करने से अनचाहे त्वचा पर बाल आ जाते हैं। दवा के दुष्प्रभाव का इलाज काफी महंगा है।
कान्फ्रेंस के साइंटिफिक सचिव डॉ. सुमित गुप्ता के मुताबिक बहुत से लोग एलोवेरा के पौधे से तरल पदार्थ निकालकर त्वचा पर लगाते हैं। यह बेहद नुकसानदेह है। एलोवेरा का तरल पदार्थ त्वचा के लिए फायदेमंद कम नुकसानदेह ज्यादा होता है।
त्वचा में लालपन आ सकता है। सूखापन व जिनकी त्वचा तैलीय होती है । उनमें मुहांसे का खतरा बढ़ जाता है। नीबू का रस सीधे त्वचा पर लगाने से बचना चाहिए। इससे दाने निकल सकते हैं। जो घाव में तब्दील हो सकते हैं। वह बताते हैं कि पर्याप्त पानी पीना चाहिए। इससे त्वचा स्वस्थ रहती है। वहीं बाहर से आने पर साफ पानी से चेहरे को धोएं। पौष्टिक भोजन लें।
14 साल से छोटे बच्चों को न लगाएं क्रीम
डॉ. नीरज पांडये ने कहा कि फैशन के दौर में लोग बच्चों को भी तमाम तरह की क्रीम लगाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इससे उम्र से पहले बच्चों की त्वचा बूढ़ी दिखने लगती है। कैमिकल के संपर्क में आने से त्वचा ढीली व कालापन आ जाता है। लिहाजा 14 साल से छोटे बच्चों को कोई भी क्रीम नहीं लगाना चाहिए।