लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के कोविड अस्पताल में भर्ती जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कोरोना संक्रमण को मात दी।
बताते चले कि 22 अगस्त को पीजीआई के कोविड अस्पताल मंे कोरोना संक्रमित होने पर स्वामी रामभद्राचार्य को भर्ती कराया गया था। उन्हें कोविड निमोनिया जैसे खांसी, सांस फूलना और बुखार के लक्षणों के साथ अस्पताल में लाए गए थे। ऑक्सीजन सैचुरेशन कम होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। संस्थान के निदेशक के नेतृत्व में उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई, जिसमें डा. आरके सिंह, डा. आलोक नाथ, डा. जिया हाशिम, डा. संदीप साहू, डा. अजमल आैर डा. अनिल अग्रवाल शामिल थे। यथोचित उपचार के बाद स्वास्थ्य में निरंतर सुधार आने पर उन्हें प्राइवेट कक्ष में रखा गया। स्वामी जी ने अत्यंत धैर्य पूर्वक अपना उपचार करवाया और चिकित्सकों के अथक प्रयासों से उन्हें उपचार में लाभ हुआ। स्वास्थ्य लाभ होने आैर कोरोना मुक्त होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमन और उनके उपचार से जुड़े संकाय सदस्यों ने उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए उन्हें विदा किया। इसके अलावा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना को भी कोरोना अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। उन्हें 6 सितंबर को कोविड निमोनिया के लक्षणों के साथ कोरोना अस्पताल में भर्ती किया गया था। ऑक्सीजन सैचुरेशन ठीक होने पर उन्हें प्राइवेट कक्ष में रखा गया। भर्ती के बाद आवश्यक दवाइयां व उपचार किया गया। कोरोना मुक्त होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।