लखनऊ। कोरोना वैक्सीन की तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वैक्सीन लगने से लेकर रिएक्शन से बचाव तक के पुख्ता इंतजाम के अलावा हर पहलू पर नजर रखे हुए हैं। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी बारीकियों से तकनीकी जानकारी से अवगत कराया जा रहा है।
कैसरबाग स्थित सीएमओ कार्यालय में कोरोना वैक्सीन के रख-रखाव को लेकर प्रशिक्षण शुरू हो गया। पहले दिन 14 अस्पताल के अधीक्षक, डाटा इंटी ऑपरेटर और हेल्थ एजुकेटर को प्रशिक्षित किया गया। शुक्रवार को बचे 13 अस्पतालों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद राजधानी के दस बड़े अस्पताल के लोगों को उसके बाद प्रशिक्षण मिलेगा। यही नहीं अभियान में घर-घर तक नजर रखने के लिए एएनएम की 50 टीमें टीकाकरण अभियान से जोड़ी जाएंगी। वैक्सीन सेंटर में पांच स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम होगी। इसमें एक सुरक्षाकर्मी भी होंगे। यह होमगार्ड, पुलिस या फिर एजेंसी के सुरक्षाकर्मी भी हो सकते हैं। अभी यह तय नहीं किया गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह के मुताबिक कोविड-19 वैक्सीन की कोल्ड चेन के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है। सभी को प्रशिक्षण में अभियान की निगरानी व बारीकियों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर सुरक्षातंत्र भी बहुत मजबूत होगा। खास बात यह होगी कि टीकाकरण से एक दिन पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम और जिसे व्यक्ति को वैक्सीन लगनी है उसके पास एसएमएस आएगा। वैक्सीनेशन से पहले टीका लगवाने से पहले आधार कार्ड व दूसरे पहचान पत्र दिखाना होगा, जिसकी जांच के बाद ही वैक्सीन लगाई जाएगी। टीका लगने के बाद एसएमएस आएगा।
डॉ. सिंह के मुताबिक वैक्सीनेशन के बाद लगवाने वाले को 30 मिनट तक विशेषज्ञों की निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद जब वह निकलेगा तो वह पूरी तरह संतुष्ट होगा कि दवा से उसकी सेहत पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा। टीका लगने के बाद जिस कमरे में उन्हें रखा जाएगा उसमें 30 कुर्सियां और स्ट्रेचर और आपातकालीन चिकित्सा का पूरा व्यवस्था की गई है। अगर कोई दिक्कत होती है तो विशेषज्ञों की टीम तुरंत उसका इलाज शुरु कर देगी । सोशल डिस्टैंसिंग का पूरी तरह से पालन होगा।