लखनऊ। पीजीआई पुलिस ने स्मैक तस्करी के आरोपी में दो बहने सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 25 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी राजधानी के भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में स्मैक की सप्लाई करते थे। इसके साथ ही बाराबंकी से स्मैक की खरीद करते थे। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को स्मैक देने वाले आरोपी की तलाष की जा रही हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
थाना प्रभारी बृजेष राय ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की आश्रय कालोनी में स्थित एक घर अवैध स्मैक की सप्लाई की जाती है। इस पर पुलिस टीम आश्रय कालोनी पहुंची और छापेमारी षुरू कर दी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पीजीआई के आश्रय कालोनी में रहने वाली रंजना पासवान, गीता पासवान, रतन विश्वकर्मा और मोहनलालगंज के कलन्दरखेड़ा निवासी उदय राज लोध को दबोच लिया। पूछताछ में सामने आया कि रंजना और गीता बहन हैं, जो उदय और रतन के साथ मिलकर अवैध स्मैक बेचने का काम करतीं थीं। आरोपियों ने बताया कि वह बाराबंकी में रहने वाले एक व्यक्ति से स्मैक की खरीद करते हैं, जिसके बाद वह पुडिया में स्मैक रखकर राजधानी के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बेचते हैं।
स्मैक बेचने के बाद मिले रुपयों को आपस में बांट लेते थे, जिसके जरिये वह अपनी जीविका चलाते थे। सूत्रों का कहना है कि राजधानी के ग्रामीण से लेकर षहरी क्षेत्र में अवैध स्मैक का कारोबार धड़ल्ले से चलता है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। इसके साथ ही बाराबंकी से अवैध स्मैक की स्लाई करने वाले मुख्य तस्कर को भी पुलिस नहीं गिरफ्तार कर पाती, जिसके कारण वह दूसरे लोगों को अपना निषाना बना लेते हैं और उनके माध्यम से स्मैक की तस्करी कराते हैं।