लखनऊ। जीसीआरजी मेडिकल कालेज में 14 शवों के मामले का खुलासा होने के बाद प्रदेश में निजी मेडिकल कालेज में अध्ययन के लिए आने -वाले शवों की पड़ताल हो सकती है। यह पड़ताल एमसीआई के मानकों के अनुसार किया जा सकता है। इसमें प्रमुख रूप से राजधानी स्थित चार निजी मेडिकल कालेजों की प्रमुखता से की जा सकती है।
बताते चले कि सिरसा डेरा से यूपी के जीसीआरजी मेडिकल कालेज आये 14 शवों के मामलों में पुलिस जांच कर रही है। उधर चिकित्सा शिक्षा विभाग भी अभी तक निजी मेडिकल कालेजों में शवों के आने के प्रकरण पर चुप्पी साधे है। अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश दिया है।
पर बताया जाता है कि उच्चस्तरीय निर्देश पर प्रदेश के सभी निजी मेडिकल कालेजों में आने वाले शवों की पड़ताल की जाएगी। यह पड़ताल एमसीआई के मानकों के अनुसार की जाएगी। बताया जाता है कि शवों के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र भी होता है, पर ज्यादातर शवों को देने वाले इसका प्रयोग नहीं करते है। जब कि कई निजी मेडिकल कालेज शवों का प्रयोग अपने छात्रों को एनॉटामी विभाग में अध्ययन के लिए प्रयोग कर रहा है। उच्चस्तरीय निर्देश में सबसे पहले राजधानी स्थित चार निजी मेडिकल कालेजों की पड़ताल की जाएगी।
इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी अपना नाम न छापने की शर्त पर करते है। उनका कहना है कि जल्द ही व्यापक स्तर पर इसकी पड़ताल होगी आैर यह एमसीआई के मानकों के अनुसार होगी। इसके बाद बाराबंकी स्थित दो निजी मेडिकल कालेज व अन्य निजी मेडिकल कालेज की शुरु होगी।