लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में एनेस्थीसिया विभाग के प्रो. सतीश चंद्र की संदिग्ध परिस्थितियो में मौत हो गई, जिसमें उनकी मौत की खबर सुनी वह हैरान रह गया। मंगलवार को उन्होंने मरीजों का आपरेशन कराने में सर्जन्स के साथ एनेस्थिसिया टीम में थे। किसी को एक पल उनकी मौत का एतबार नही हो हुआ। मंगलवार की रात को उनको घर से केजीएमयू ट्रामा सेंटर लाया गया। जहां पर उन्हें जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार को केजीएमयू सभी डाक्टर व अन्य लोग अपने साथी प्रो. सतीश के गम में डूबा रहा। उनकी मौत की खबर आज गोमती नगर के लोहिया संस्थान पहुंची तो वहां भी डाक्टर उनकी मौत का यकीन नही कर सके।
अलीगंज निवासी प्रो. सतीश चंद्र धसमाना एनेस्थेसिया के विशेषज्ञ थे। केजीएमयू प्रशासन के मुताबिक में नियुक्ति के बाद वह डेढ़-दो वर्ष लोहिया संस्थान में भी प्रतिनियुक्ति पर रहे। बताया जाता है कि मंगलवार को सुबह 10 बजे सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग गये थे। यहां पर उनका डॉ. अभिजीत चंद्रा व उनकी टीम ने फिशर कर माइनर ऑपरेशन किया था। डाक्टर के मुताबिक वह बिल्कुल ठीक थे। यहां से सुबह 11 बजे के करीब प्रो. धसमाना चले गए। इसके बाद डेंटल विभाग की ओटी में एनेस्थीसिया देकर कई मरीजों का ऑपरेशन कराने में डाक्टरों का सहयोग दिया। यहां भी डाक्टरों से सामान्य रूप से बातचीत करते रहे।
डाक्टरों के मुताबिक दिन भर प्रो. धसमाना ने ड्यूटी कर रहे तो उनके चेहरे पर कोई सिकन नहीं थी। शाम पांच बजे के करीब वह घर के निकल गये। जानकारी के मुताबिक वह घर पहुंच कर सोने चले गए। उन्होंने घर में सोते वक्त डिस्टर्ब न करने की बात कही। परिजनों ने रात में भोजन करने के लिए जगाने की कोशिश की, तो शरीर में हलचल नहीं मिली। आनन- फानन में परिजन बगल के निजी अस्पताल ले गए। वहां पर तब अन्य साथ भी आ गये, जहां से रात 10:45 पर ट्रॉमा सेंटर लाए गए। यहां उन्हें जांच के बाद मृत घोषित किया गया। प्रो. धसमाना की मौत सुनकर हैरान रह गए। इस दौरान सभी गम में डूबे रहे।
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