लखनऊ। प्रदेश योगासन खेल संघ एवं इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के सयुंक्त तत्वाधान से आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान माला भाग 2 के आठवें दिवस पर पुणे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. जितेंद्र आर्य ने राष्ट्रीय वेबीनार उदबोधन किया। उन्होंने बताया कि 21वीं सदी में संचारी तथा गैर संचारी रोगों की बढ़ोतरी तीब्र हुई है, विगत 2 वर्षों में तो कोरोना जैसी महामारी ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है, लाखों की संख्या में कोरोना वायरस से ग्रस्त लोगों ने अपने प्राण गवाएं हैं।
वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए यह लगने लगा है कि भारतवासियों को पुनः अपनी भारतीय परंपरागत चिकित्सा विधा योग,आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा युक्त जीवन शैली को अपना कर खुद को स्वस्थ रखना होगा। डॉ जितेंद्र आर्य ने यह भी बताया कि मनुष्य शरीर सोने के समान है। इसे जितना आप योगिक प्राकृतिक चिकित्सा युक्त जीवन से तपाओगे उतना ही खरा होगा, उतनी इसकी इम्यूनिटी बढ़ेगी, उतना ही वह निरोगी रह सकेगा। संक्रामक रोगों से बचने के लिए नियमित हमें खट्टे व ताजे फल, उबली हरी सब्जियां और नियमित 1 घंटे योगाभ्यास करना होगा, तभी हमारा वास्तविक स्वास्थ्य पल्लवित हो सकेगा।
राष्ट्रीय वेबिनार में योगासन खेल संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ के योग विशेषज्ञ डॉ.नंदलाल जिज्ञासु ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने 74 वर्ष पूर्व कहा था कि देश की आजादी के पश्चात हमारा एक ही मिशन होगा कि अगली लड़ाई देशवासियो के उत्तम स्वास्थ्य के लिए होगी, प्राकृतिक चिकित्सा पद्द्ति ही एक ऐसी चिकित्सा पद्दति है जिससे सम्पूर्ण भारतवासी स्वस्थ रखा जा सकता है, आजादी के बाद मैं अपना सम्पूर्ण जीवन प्राकृतिक चिकित्सा को गांव-गांव और जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करुँगा।
इस राष्ट्रीय व्याख्यान माला में उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ के महासचिव आचार्य विपिन पथिक, आचार्य सोनाली धनवानी, INO के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनंत बिरादर, खेल संघ की अध्यक्ष,डॉ. विजयलक्ष्मी जायसवाल,डॉ. उर्मिला यादव, प्लेखानोव गोरखपुर ,अंजू बाला भसीन,दीक्षा गुप्ता, आकांक्षाव सेंगर ,कंचन गुप्ता,अंजली बागपत, सुमन नंदा आदि मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ के कोषाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि दिनांक 28 मई को नई दिल्ली के डा. सत्यनारायण यादव *प्राकृतिक चिकित्सा का आध्यात्मिक आयाम* विषय पर अपना व्याख्यान देंगे जिसे खेल संघ की फेसबुक पेज UPYSA पर देखा जा सकता है।
Very good Persentation.