लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में चल वर्चस्व की जंग से आहत गठिया रोग विभाग प्रमुख प्रो. अनुपम वाखलू ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि प्रो. बाखलू ने इस्तीफे का कारण व्यक्तिगत बताया है, लेकिन करीबी सूत्रों की माने तो लिंम्ब सेंटर से गठिया रोग विभाग को हटाया जाना तथा केजीएमयू के अंदर चल रही आंतरिक राजनीति से परेशान चल रहे थे। बताते चले कि पिछले दो महीने में दूसरे विशेषज्ञ डाक्टर ने केजीएमयू को अलविदा कहा है। अगर सूत्रों की माने तो कई विशेषज्ञ डाक्टर जल्द ही केजीएमयू छोड़ने की तैयारी कर रहे है।
केजीएमयू प्रशासन विभागों के मानकों को पूरा करने के लिए ग्यारह प्रोफेसरों को संविदा पर तैनाती करने की कवायद कर रहा है। इस बीच धीरे- धीरे कोई न कोई विशेषज्ञ डाक्टर अपना इस्तीफा देकर केजीएमयू से जा रहा है। इस क्रम में गठिया रोग विभाग के विभाग प्रमुख प्रो. डॉ अनुपम वाखलू ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने करीब डेढ़ महीने भर पहले ही नोटिस दे दिया था। शुक्रवार को केजीएमयू की कार्यपरिषद ने स्वीकार कर लिया है। बताते चले कि प्रो. वाखलू के इस्तीफे के बाद अब गठिया रोग विभाग में सिर्फ दो संकाय सदस्य शेष हैं। ऐसे में लम्बी लाइन लगकर इलाज कराने वाले मरीजों को परेशानी होगी। प्रो. वाखलू के इस्तीफे से डीएम की सीटें भी कम होने की संम्भावना बन गयी है। सूत्रों की माने की केजीएमयू में प्रोफेसरों के बीच चल रही वर्चस्व की जंग व लिम्ब सेंटर से गठिया रोग को हटाने से की वजह से वह काफी आहत थे। यही नहीं कुछ समय पहले ही उनके भाई और पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रो. आशीष वाखलू को बर्खास्त किया जा चुका है। इसके बाद अब प्रो. बाखलू ने केजीएमयू को अलविदा कर दिया।