NEWS- राजधानी में अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ने हुए पहली बार 135 प्रतिशत कोरोना संक्रमण बचाव का वैक्सीनेशन किया गया। केजीएमयू, लोहिया संस्थान, सिविल अस्पताल में निशुल्क तथा निजी अस्पताल शेखर अस्पताल में 250 शुल्क देकर वैक्सीनेशन कराने के लिए बुजुर्ग और पुरानी बीमारी से पीड़ितों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इन सेटरों में वैक्सीनेशन के लिए सुबह से बुजुर्ग लाइन लगा लिए। पंजीकरण कराने के बाद वेटिंग रूम में अपना नम्बर आने का प्रतिक्षा करते रहे। टीकाकरण के लिए चार अस्पतालों को चिन्हित किया गया। इनमें केजीएमयू में, लोहिया, सिविल अस्पताल में वैक्सीन मुफ्त लगाई गई। निजी क्षेत्र में शेखर अस्पताल 250 रुपये खर्च करने के बाद वैक्सीन लगी। वैक्सीन लगने के बाद बुजुर्ग प्रसन्न चित दिखे। केजीएमयू में चार सौ का लक्ष्य रखा गया, लेकिन वैक्सीनेशन के लिए उमड़ी बुजुर्गो की भीड़ के कारण 575 वैक्सीन लगायी गयी। इसी प्रकार लोहिया संस्थान में 300 का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 332 लाभार्थियों का वैक्सीनेशन हो गया। यहां पर डाक्टरों के साथ रहने वाले बुजुर्ग माता-पिता के अलावा गोमती नगर क्षेत्र के लोग भी आये। इसी प्रकार सिविल अस्पताल में तो 100 का लक्ष्य था आैर वैक्सीनेशन किया गया 222 लाभार्थिंयों का। शेखर अस्पताल में 250 रुपये शुल्क देकर 100 लोगों का लक्ष्य रखा गया था आैर यहां पर 95 लभार्थियों ने वैक्सीनेशन कराया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमके सिंह का कहना है कि पहले चरण में 900 बुजुर्गों व 45 से 59 साल की उम्र वाले बीमार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था। लेकिन रिकार्ड तोड़ते हुए 1217 लोगों ने वैक्सीन लगवाया। 892 लोगों को कोविशील्ड व 325 को को-वैक्सीन दी गयी। पुरानी बीमारी से पीड़ित 154 मरीजों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। वहीं 195 स्वास्थ्य कर्मियों को भी पहली खुराक दी गई। 60 साल से अधिक उम्र के 868 बुजुर्गों को पहला वैक्सीन लगाया गया।