लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में कर्मचारी परिषद चुनाव में मतदान की प्रक्रिया को असंवैधानिक होना बताया गया है। चुनाव लड़ने वाले अध्यक्ष, महामंत्री सहित अन्य प्रत्याशियों ने आरोप लगाते हुए दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। कु लपति, कुलसचिव तथा चुनाव अधिकारियों को भेजे पत्र में चेतावनी दी है कि उन लोगों की शिकायत कर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होगे।
केजीएमयू प्रशासन को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि परिषद के चुनाव में मतदान में उपयोग किो गये बैलेट प्रपत्र के काउंटर स्लिप एवं बैलेट पेपर में अंकित क्रमांक समान था। इसके साथ ही काउंटर स्लिप में मतदाता के हस्ताक्षर कराये गये थे। आरोप है कि हस्ताक्षरित काउंटर स्लिप एवं मतदाता प्रपत्र मिलान करने मतदाता, कर्मचारी का वोट स्पष्ट हो रहा है। इस कारण कर्मचारी खुलकर मतदान नहीं कर सके। ऐसे में गुप्तमतदान की संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन हुआ है। बैलेट प्रपत्र की इस व्यवस्था से मतदाता की पहचान की जा सकती है।
मतदान प्रक्रिया पूर्णरूप से असंवैधानिक है। चुनाव में शामिल पांच प्रत्याशियों का आरोप है कि असंवैधानिक व्यवस्था की उस वक्त मुख्य चुनाव अधिकारी से मौखिक रूप से शिकायत की गयी थी। शिकायत को अनसुना कर दिया गया था। इसलिए उक्त प्रकरण पर ठोस कार्रवाई की जाए, जब तक कार्रवाई की प्रक्रिया चलती रहे तब तक परिषद के गठन की अग्रिम कार्रवाई तथा शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित रखा जाए। इस बारे में नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रदीप गंगवार का कहना है कि चुनाव अधिकारी का चयन कुलसचिव के द्वारा किया गया था। चुनाव की सभी प्रक्रिया उस वक्त सभी प्रत्याशियों की सहमति से की गयी थी। उनका कहना है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष है आैर आरोप निराधार है।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.