लखनऊ । भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रकार के कैंसर से एक साल में मरने वाले मरीजों की सं या करीब 3500 है। वहीं, हरियाणा 39.6 फीसदी कैंसर के मामलों के साथ पहले और 27.3 फीसदी मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर हैं। यह जानकारी रोटरी क्लब लखनऊ और लिंफोमा सपोर्ट गु्रप ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम में साझा किए गये। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्थान में कैंसर जागरुकता कार्यक्रम में कई कैंसर रोग विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए।
इससे पहले कैंसर मरीजों पर काम कर रहे संगठन से जुड़ी शमीम खान ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की रिपोर्ट की यह जानकारी साझा की। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेडियोलॉजी विभाग के प्रमुख डा. मधुप रस्तोगी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण के कारण बीमारियां भी पनप रही हैं। जो बाद में कैंसर का रूप ले लेती हैं। बढ़ती उम्र के लोगों में प्रोस्टेट कैंसर होता है। ज्यादातर देखा गया है कि लोग अक्सर कीमो और रेडियोथेरेपी से दूर भागते हैं। लेकिन कैंसर से लड़ने में वही कारगर है। कैंसर अब एक लाइफ स्टाइल बीमारी बन चुका है।
बदलती जीवन शैली से बीमारियां और उससे कैंसर बढ़ रहा है। योग, व्यायाम न करने से हमारे शरीर में बीमारियां जल्दी घर बना लेती हैं। राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डा दिनेश भूरानी ने बताया कि कैंसर या किसी भी बीमारी से डरना नहीं चाहिए। उसका डटकर मुकाबला करें।
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