लखनऊ ।संजय गाधी पीजीआई में आज एक और डाक्टर ने संस्थान को अलविदा कह दिया।रेडियोथिरेपी विभाग के प्रोफेसर नीरज रस्तोगी संस्थान में फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर के स्पेशलिस्ट थे उनके जाने से मरीज को इलाज के लिए सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टर की कमी दिखेगी ।
वह रेडियोथिरेपी विभाग की शुरुआत के समय से इलाज के लिए अपने कार्य का निर्वाहन बड़ी कुशलता से बखूबी निभाते रहें। प्रोफेसर नीरज रस्तोगी ने स्वैच्छिक सेवानिवृत लेकर निजी अस्पताल के मेंदाता अस्पताल में कार्यभार ग्रहण कर लिया।पीजीआई मे हाल ही में नेफ्रोलॉजी के प्रोफेसर धर्मेंद्र भदौरिया पिछले माह ही संस्थान को छोड़कर निजी अस्पताल मे गये थें।इस तरह पीजीआई मे चिकित्सकों का पलायन रूकने का नाम नहीं ले रहा हैं यही हाल रहा तो पीजीआई में चिकित्सक की कमी से इलाज का टोटा पड़ सकता हैं।
अभी तक पीजीआई में 100 के लगभग चिकित्सक ने संस्थान को अलविदा कर चुके हैं।एक तरफ पीजीआई के चिकित्सको की उम्र पार कर चुके सेवानिवृत हो रहे हैं वही दूसरी तरफ चिकित्सकों को उदासीनता के कारण छोड़कर रहे हैं।