नये वर्ष में भर्ती शुरु होने की संभावना
केजीएमयू
लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में लिवर के मरीजों को भर्ती के लिए बिस्तरों की वेटिंग नहीं करनी होगी। मरीजों को आसानी से भर्ती हो सकेगी। इसके लिए गेस्ट्रोमेडिसिन विभाग में बिस्तरों की संख्या दोगुनी की होने जा रही है। इसकी प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। अधिकारियों की कोशिश है कि नए वर्ष पर मरीजों को बढ़े बिस्तरों का गिफ्ट दिया जा सके
शताब्दी भवन एक में छठे तल पर गेस्ट्रोमेडिसिन विभाग में प्रदेश भर से लिवर की विभिन्न गंभीर बीमारी के मरीज आ रहे हैं। विभाग में पांच डॉक्टर तैनात हैं। इसमें बांड पर तैनात किए गए डॉक्टर भी शामिल हैं। वर्तमान में विभाग में 20 बिस्तरों को भर्ती किया जा रहा है। ज्यादातर बेड बिस्तरों पर मरीजो की भर्ती के लिए वेंटिग बनी रहती है। अगर देखा जाए तो ओपीडी में प्रतिदिन 400 से 500 मरीज पहुंचते हैं। ऐसे में मरीजों की भर्ती का प्रेशर बना रहता है।
गेस्ट्रो मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ. सुमित रुंगटा का क हना है कि मरीजों की बेहतर सुविधा के लिए बिस्तरों की संख्या दोगुनी की जा रही है। कोशिश की जा रही है कि नववर्ष पर विभाग में 40 बिस्तर पर मरीजों को भर्ती किया जा सके। उच्चस्तरीय इलाज के लिए तीन से पांच आईसीयू-वेंटिलेटर बिस्तर भी होंगे, ताकि गंभीर मरीजों को आवश्यकता होने पर विभाग में कम्लीट इलाज दिया जा सके। उन्होंने बताया कि विभाग में एंडोस्कोप, क्लोनोस्कोप समेत दूसरी जांच की सुविधा संचालित की जा रही है।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि अभी छठे तल पर स्पोस्ट्स मेडिसिन विभाग का संचालन किया जा रहा था। यह विभाग सुपर स्पेशियालिटी आर्थोपैडिक्स भवन में शिफ्ट हो गया है। ऐसे में शताब्दी भवन का छठवें तल का आधी भाग खाली हो गया है। इसमें अब गेस्ट्रोमेडिसिन विभाग को विस्तार दिया जा रहा है।












