लखनऊ। यदि आपके परिवार में किसी को हार्ट की बीमारी हो। कोलेस्ट्रॉल बढ़े रहने की समस्या हो, तो विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाकर हार्ट की जांच अवश्यक करवाते रहें, क्योंकि यह आनुवांशिकता की वजह से भी समस्या हो सकती है। अब कोलेस्ट्रॉल कम करने की नयी थेरेपी आ गयी है। इससे हार्ट के मरीजों को काफी राहत मिलती है। यह बात हॉर्ट इंडिया के फस्र्ट मिड टर्म हॉर्ट इंडिया कॉन्क्लेव में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में लारी कार्डियोलॉजी के वरिष्ठ डा.अक्षय ने यह जानकारी दी।
गोमती नगर के निजी होटल में कार्यक्रम आयोजक डा. अक्षय ने कोलेस्ट्रॉल को कम करने की नई थेरेपी पीसीएसकेजी इनीबेटर दवाओं के बारे में बताया। कोलेस्ट्रॉल की जांच के बाद विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श लें।
कार्यक्रम में डॉ. अभिषेक सिंह ने युवाओं को सजग रहने का परामर्श देते हुए कहा कि वह काम की शैली में बदलाव करें। कंप्यूटर, लैपटॉप पर काम करने के साथ ही शरीर और हार्ट का विशेष ख्याल रखें। नियमित रूप से व्यायाम जरुर करें। खानपान में हरी सब्जी, फल, सलाद को अपनी डाइट में शामिल करें।
डॉ. आदित्य कपूर ने कहा कि कई मरीजों में देखा गया है कि उनका हॉर्ट सामान्य रूप से पंप करता है, लेकिन उनको सांस की समस्या होती है। ऐसे में कभी-कभी ईको जांच करवाने पर समस्या का पता नहीं चल पाता है। उन्होंने एचएफपीईएफ में डायस्टोलिक डिसफंक्शन के बारे में बताया।
डॉ. कपूर ने बताया कि यह एक ऐसी स्थिति है, जो हृदय के डायस्टोल (जब दिल आराम करता और रक्त से भरता है) में समस्या के कारण होती है। यह तब होता है, जब दिल की मांसपेशियां सख्त हो जाती और ठीक से आराम नहीं कर पातीं, जिससे रक्त को भरने में परेशानी होती है। कार्यक्रम में डॉ. आशीष झा, डॉ. अवधेश शर्मा, डॉ. रिशी सेठी, डॉ. संजय टंडन, डॉ. कौसर उस्मान, डॉ. अनुज माहेश्वरी, डॉ. सुशील उपाध्याय, डॉ. आयुष शुक्ला समेत कई प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ और फिजीशियंस मौजूद रहे।