वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि नोटबंदी के बाद टैक्स वसूली में बढ़ोतरी हुई है। जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद सरकार को मिलने वाले सभी प्रकार के टैक्सों में वृद्धि हुई है। वित्त मंत्री ने आज प्रेस कांफ्रेंस में इस बाबत आंकड़े पेश किये। जेटली द्वारा ये आंकड़े पेश करने के पीछे विरोधियों का यह दावा हो सकता है कि नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है और टैक्स वसूली में काफी गिरावट आयी है।
केंद्र को टैक्स अधिकतर डिजिटल पेमेंट से मिलता है –
वित्त मंत्री जेटली ने बताया कि 2016 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.01 प्रतिशत बढ़ा है जबकि अप्रत्यक्ष कर संग्रह में करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण राज्यों को मिलने वाले वैट में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन केंद्र को टैक्स अधिकतर डिजिटल पेमेंट से मिलता है। जेटली ने कहा कि दिसंबर 2016 में कस्टम वसूली में कमी आयी है। इसमें 6.3 फीसदी की गिरावट आयी है। ऐसा सोने का आयात घटने के कारण हुआ है। दिसंबर 2016 में सर्विस टैक्स वसूली में 12. 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
दिसंबर 2016 में एक्साइज ड्यूटी वसूली 31. 6 फीसदी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इसी अवधि में उत्पाद शुल्क प्राप्ति 43 फीसदी, सेवा कर 23.9 फीसदी और सीमा शुल्क संग्रह में 4.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि बजट के समय हम और भी स्पष्ट आंकड़े प्रस्तुत कर सकेंगे।