मरीजों की जांच और परामर्श
लखनऊ। कानपुर स्थित उजाला सिग्नेश ग्रुप के दोनों यूनिट, उजाला कुलवंती हॉस्पिटल एवं नोबेल हॉस्पिटल के तत्वावधान में आज विधानसभा के कक्ष संख्या 48 में निशुल्क किडनी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्घाटन सुबह 10 बजे विधानसभा प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने किया।
प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने कहा कि ऐसे स्वास्थ्य शिविर जरूरतमंद लोगों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं, जहां उन्हें निशुल्क परामर्श और आवश्यक उपचार प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि किडनी की बीमारियां अक्सर शुरुआती चरण में पहचान में नहीं आतीं, इसलिए समय-समय पर जांच कराना आवश्यक है। उजाला सिग्नेश ग्रुप द्वारा आयोजित इस शिविर से कई मरीजों को लाभ मिलेगा।
शिविर में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. युवराज गुलाटी के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम ने 250 से अधिक मरीजों की जांच की। मरीजों को किडनी से संबंधित विभिन्न बीमारियों के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें सही जीवनशैली अपनाने की सलाह दी गई। जांच के दौरान मरीजों का सीरम क्रिएटिनिन, यूरिया, यूरिन रूटीन, शुगर और बीपी जैसी प्रमुख किडनी जांचें की गईं।
शिविर में आए मरीजों को डॉक्टरों द्वारा आवश्यक दवाएं लिखी गईं और कुछ गंभीर मामलों में आगे की जांच और उपचार के लिए निर्देश दिए गए। शिविर का मुख्य उद्देश्य किडनी रोगों की शीघ्र पहचान और रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करना था।
इस स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी देखी गई, जिससे यह पहल सफल रही। मरीजों ने इस तरह के शिविरों को अत्यंत लाभदायक बताया और कहा कि इससे उन्हें समय पर अपनी स्वास्थ्य स्थिति का पता चल सका।
शिविर का संचालन प्रमुख रूप से फिजिशियन डॉ. दीपक तिवारी और महिला चिकित्सक डॉ. वीनस सचान ने किया। इसके अलावा यूनिट हेड अंकिता दास गुप्ता, डॉ. नलिन काल, मार्केटिंग हेड उत्कर्ष कठेरिया, नर्सिंग हेड विशाल शुक्ला, ऑपरेशन मैनेजर रोहित शुक्ला, फैसिलिटी हेड राकेश झा सहित अन्य सहयोगी जैसे विनोद, दीपा, श्वेता, प्रिंसी, रवि, आकाश, विमला, विनय और अमन भी मौजूद रहे।
डॉक्टर वीनस तिवारी ने बताया कि यह स्वास्थ्य शिविर जरूरतमंद मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुआ और लोगों को किडनी रोगों के प्रति जागरूक करने में सहायक रहा। उजाला सिग्नेश ग्रुप द्वारा आगे भी ऐसे स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की योजना बनाई जा रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।