लखनऊ। गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बुधवार को किडनी प्रत्यारोपण में दूसरी सफलता हासिल की। लगातार किडनी प्रत्यारोपण कराने वाला पीजीआई के बाद दूसरा लोहिया संस्थान बन गया है। दूसरे प्रत्यारोपण में बाराबंकी निवासी युवक को किडनीदान उसके पिता ने किया है। परिवार की आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण बीपीएल श्रेणी में लाकर संस्थान ने प्रत्यारोपण का खर्च खुद उठाया है। प्रत्यारोपण में एक बार फिर पीजीआई के डाक्टरों ने सहायता की है।
पहले किडनी प्रत्यारोपण में मिली सफलता के बाद लोहिया संस्थान के डाक्टरों ने दूसरे किडनी प्रत्यारोपण की तैयारी शुरू कर दी थी। दूसरा किडनी प्रत्यारोपण बाराबंकी निवासी राहुल करने का निर्णय लिया गया। राहुल गुप्ता को कुछ वर्ष पहले पीलिया हुआ था। केजीएमयू में इलाज में इलाज चला था। इस दौरान उसकी हालत काफी गंभीर हो गयी थी। इस बीमारी के बाद किडनी की बीमारी ने परेशान करना शुरू कर दिया। राहुल ने संस्थान में किडनी की जांच करायी तो डाक्टरों ने किडनी फेल होने के करीब बताया। जल्द से जल्द से प्रत्यारोपण करने का परामर्श दिया, पर राहुल पेशे से ब्रेड की सप्लाई का काम करता है।
इस कारण उसे प्रत्यारोपण का खर्च उठाना नामुमकिन था। बताया जाता है कि पिता संतोष ने तीन वर्ष पहले कूल्हे की हड्डी में दिक्कत होने के कारण बिस्तर पकड़ लिये थे। बेटे की हालत को देखते हुए पिता संतोष ने किडनी दान कर दी। बुधवार को पीजीआई के डाक्टरों की मदद से यूरोलॉजी के डा. ईश्वर राम दयाल, डा. आलोक, डा. संजीव के साथ नेफ्रोलॉजी के डा. अभिलाष चंद्रा ने प्रत्यारोपण किया। शाम तक चले प्रत्यारोपण में डाक्टरों ने किडनी का सफलता पूर्वक प्रत्यारोपण कर दिया।