लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रथम स्थापना दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसी अवसर पर संस्थान में निरंतर चल रहे शोध कार्यों को प्रोत्साहित तथा प्रदर्शित किए जाने के लिए रिसर्च शोकेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीजीआई निदेशक प्रो. आर के धीमान थे। संस्थान में शनिवार को आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल होगी।
इस कार्यक्रम में विगत 2 वर्षों के शोध कार्यो को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में बेहतर शोध के लिए डाक्टरों, जूनियर डाक्टर के अलावा एमबीबीएस की छात्रा कुमारी तानिया ठक्कर ने स्नातक छात्रों के बीच सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता।
पोस्टर प्रस्तुति में सीएसआइआर आईआईटीआर एसजीपीजीआइएमएस और केजीएमयू के सम्मानित निर्णायक मंडल द्वारा प्रदर्शित पोस्टर का मूल्यांकन किया गया।
लोहिया संस्थान के प्रो. एके सिंह ने सम्बोधित करते हुए शैक्षणिक संस्थानों में अनुसंधान के महत्व पर बल दिया। पिछले एक दशक में संस्थान में शैक्षणिक और अनुसंधान के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया कि 15 से अधिक एक्स्ट्रा ब्यूरो प्रोजेक्ट पूर्ण हो गए हैं तथा 11 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसी प्रकार 4 4 इंट्रा म्यूरल प्रोजेक्ट पूर्ण हो गए हैं तथा 03 वर्तमान में चल रहे हैं। संस्थान में कोई प्रकाशन 500 से अधिक है। इस प्रकार संस्थान द्वारा निरंतर शोध तथा शैक्षणिक गतिविधियों में विगत वर्षों में प्रबल वृद्धि हुई है।
पीजीआई निदेशक प्रो. आर के धीमान ने स्ट्राइविंग फॉर एक्सीलेंस विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। समारोह में प्रदर्शित 120 से अधिक पोस्टर में से डॉ. ज्योत्सना अग्रवाल विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी विभाग, डॉ. जया गर्ग सहआचार्य माइक्रोबायोलॉजी विभाग, डॉ नम्रता राव सहचार्य नेफ्रोलॉजी विभाग, डा. रोहिणी खुराना रेडिएशन ऑंकोलॉजी विभाग, डॉ किरनप्रीत मल्होत्रा पैथोलॉजी विभाग ने संकाय सदस्यों के बीच सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पुरस्कार जीते और डॉक्टर श्रीधर मिश्रा डॉ. अनिता श्रीवास्तव और 10 और अजीत परीदा प्रेसिडेंट तथा रिसर्च स्कॉलर श्रेणी के विजेता घोषित करते हुए सम्मानित किए गए। एमबीबीएस की छात्रा कुमारी तानिया ठक्कर ने स्नातक छात्रों के बीच सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता।
इसके अलावा 15 एमबीबीएस छात्रों को प्रथम व्यवसायिक और द्वितीय व्यवसायिक परीक्षा में उच्चतम अंकों के लिए विषय पदक से सम्मानित किया गया। संस्थान ने संस्थान के मेहनती कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. रितु करौली उप डीन ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।











