लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में रविवार को हुई बच्चे की मौत पर रुपया मांगने वाले मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में अस्पताल से आख्या मांगी है। उधर आज घटना में नया मोड़ आ गया है। सोमवार को दम्पति ने अस्पताल में आकर निदेशक डा. राजीव लोचन से शिकायत की आैर रुपया मांगने वाले व्यक्ति को भी पकड़ कर सौप दिया। यह व्यक्ति अस्पताल का ही बताया जाता है।
अस्पताल के निदेशक डा. राजीव लोचन का कहना है कि काकोरी से पीड़ित व्यक्ति आया था आैर उसने कोई शिकायत नहीं की बल्कि वह इलाज की प्रशंसा कर रहा था। उनका कहना है कि उसका कहना है कि अगर इलाज कराने के लिए निजी या बड़े अस्पताल ले जाते तो बच्चे की जान बच सकती थी। ऐसा कोई मामला नहीं है कि कम्यूफ्यूजन के कारण हुआ है। उधर पीडि़त पिता इकबाल एक सिरे नकारते हुए कहा कि उसे अस्पताल बुलाया गया था। उसने डाक्टर की बुराई नहीं कि बल्कि उस व्यक्ति के बारे में बताया कि जिसने उसकी पत्नी के साथ अभद्रता की थी। उसका कहना है कि वह वार्ड में जाकर उस व्यक्ति को भी पकड़ ले आया था जिसने रुपये की मांग की थी।
उस पूरी भीड़ लगी हुई थी। निदेशक ने उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उधर शासन ने बच्चे की मौत व रुपये मांगने की घटना को गंभीरता से लिया है। उसने अस्पताल प्रशासन से आख्या भी मांगी है। बताया जाता है कि बलरामपुर अस्पताल प्रशासन मामले की लीपा पोती में लगा है।