लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कोविड-19 प्लाज्मा बैंक प्रदेश का नम्बर वन प्लाज्मा बैंक बन गया है, जिस बैक में सबसे ज्यादा प्लाज्मा एकत्र करने के साथ लोगों के इलाज के लिए प्लाज्मा उपलब्ध कराया हो।
ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के तहत चल रहा प्लाज्मा बैंक कोरोना के मरीजों के लिए वरदान बन गया है। यहां पर कोरोना से ठीक हो चुके मरीज प्लाज्मा लगातार डोनेट कर रहे है। प्रो. चन्द्रा ने बताया कि केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने अब तक 550 यूनिट प्लाज्मा मरीजों को सप्लाई कर चुका है। प्लाज्मा थेरेपी से काफी संख्या में मरीजों की जान बच चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना का मरीज किसी भी अस्पताल में भर्ती हो। उस मरीज का कोई भी ब्लड ग्रुप हो व्यक्ति विभाग में आकर कोविड एंटीबॉडी प्लाज्मा दान करके किसी भी ब्लड ग्रुप के मरीज के लिए प्लाज्मा ले सकता है। प्रो. चन्द्रा ने बताया कि यौन रोग व नशा करने वाला व्यक्ति प्लाज्मा दान नहीं कर सकता। पहले ग्रुप के अनुसार ही प्लाज्मा डोनर लगाना होता था। अब ऐसा नहीं है। लगभग सभी ग्रुप के प्लाज्मा मौजूद है। यहां पर एक महीने बाद एक और कोरोना योद्धा ने प्लाज्मा दान किया। रतन पाल कोचर (44) ने ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग जाकर प्लाज्मा डोनेट किया।
प्लाज्मा दान कौन कर सकता है
– डोनर की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
– सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप सामान्य हो।
– हीमोग्लोबिन 12.5 से 18 ग्राम के बीच होना चाहिए।
– प्लाज्मा दाता को सांस की बीमारी न हो।
– प्लाज्मा दाता को त्वचा रोग न हो।
– डोनर को रक्त सम्बंधी कोई रोग न हो।
– भोजन करने के चार घंटे बाद प्लाज्मा दान किया जाए।
– जिन महिलाओं को बच्चे हो चुके हो वह प्लाज्मा दान न करें।