परिजनों ने महिला आयोग व मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत
लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में धर्मान्तरण व उत्पीड़न की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दिये जाने पर हड़कम्प मच गया है।शिकायत में कहा गया है कि प्रेम विवाह से पहले हिन्दू रेजिडेंट छात्रा से धर्म बदलने का दबाव बनाया गया। यह दबाव सहयोगी पुरुष रेजिडेंट डॉक्टर ने बनाया।
महिला रेजिडेंट ने धर्मान्तरण का विरोध करने लगी, तो प्रेमी रेजीडेंट डाक्टर ने उसे छोड़ दिया। मानसिक रूप से बेहाल महिला रेजिडेंट ने आत्महत्या का प्रयास किया। गंभीर अवस्था में रेजिडेंट को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। आईसीयू में रेजिडेंट का इलाज चल रहा है। पीड़िता के परिजनों ने इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल व राज्य महिला आयोग में की है। इस बारे में केजीएमयू प्रवक्ता डा. के के सिंह का कहना है कि यह शिकायत केजीएमयू प्रशासन ने संज्ञान में लिया है। हालंाकि दोनों बालिग है, लेकिन दोनों के परिजनों को बुलाया गया है। जांच करायी जाएगी आैर कुछ भी गड़बड़ी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। केजीएमयू प्रशासन महिला उत्पीड़न के खिलाफ हमेशा सख्त रवैया अपनाता आया है।
जानकारी के मुताबिक महिला रेजिडेंट केजीएमयू हॉस्टल में रहती है। जुलाई 2025 में महिला रेजिडेंट की मुलाकात साथ में अध्ययन करने वाले पुरुष रेजिडेंट डॉक्टर से हुई। बातचीत आैर मुलाकात का क्रम आगे बढ़ा। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुरुष रेजिडेंट ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाया आैर शोषण करना शुरू किया। जब बेटी ने शादी की बात की, तो रेजिडेंट डाक्टर धर्मान्तरण का दबाव डालने लगा। इस पर महिला रेजिडेंट तैंयार नहीं हुई। इसके बाद प्रेमी रेजिडेंट ने महिला रेजिडेंट को छोड़ दिया। इससे पीड़िता मानसिक रूप से परेशान होने लगी।
परिजनों का आरोप है कि मानसिक रूप से परेशान उनकी बेटी ने बीते दिनों खुदकुशी का प्रयास किया। गंभीर हालत में छात्रा को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। आईसीयू में इलाज चल रहा है। इलाज के बाद पीड़िता की तबीयत स्थिर बनी हुई है।फिलहा पीड़िता के परिजनों ने मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल में शिकायत दर्ज कराई है। राज्य महिला आयोग में भी गुहार लगाई है।












