Kgmu: अतिक्रमण हटाने का विरोध रहे लोगों का डाक्टरों पर हमला

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय परिसर में बनी मजार के आसपास शनिवार को अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। केजीएमयू के डाक्टर्स अतिक्रमण हटाने वाली टीम के साथ मौके पर पहुंचे, तो वहां के दुकानदारों ने पुलिस के सामने ही विरोध करते हुए डाक्टरों पर पथराव कर दिया आैर दौड़ा पीट दिया।

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इसमें दो प्रोफेसर, एक असिस्टेंट प्रोफेसर और एक रेजिडेंट डॉक्टर घायल हो गए। उधर मजार हटाने की सूचना पर समुदाय विशेष लोग पहुंच गये। इस बीच हिन्दुवादी संगठन भी झंडा बैनर लेकर पहुंच गये। अतिक्रमण हटाने के बीच टकराव की स्थिति बन गयी। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने किसी प्रकार हंगामे को शांत कराया। डाक्टरों पर हमले की जानकारी मिलते ही डाक्टरों, रेजीडेंट व अन्य डाक्टरों की भीड़ एटीएम बूथ के पास एकत्र हो गयी। मौजूद पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह मामला शांत कराया। उसके बाद मौके पर कई थानों की पुलिस और एक कंपनी केजीएमयू बुला ली गई। हंगामे के बीच लोगों ने किसी तरह अतिक्रमण से अपने सामान निकाले।

उसके बाद देर शाम तक अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलता रहा। केजीएमयू प्रवक्ता डा के के सिंह ने बताया कि केजीएमयू परिसर में अतिक्रमण करने वाली दुकानों को नोटिस छह महीने पहले से ही दिया जा रहा था। उन्होंने बताया कि मजार को हटाया जाना ही नहीं है, कुछ लोगों ने भ्रामक जानकारी फैलायी। यहां पर दुकाने अवैध रूप से बनी हैं। कुछ परिवार भी मकान बनाकर रह रहे थे। इन्हें हटाने की कार्रवाई कर दी गई है।
दोनों बुलडोजर ने रात नौ बजे तक अवैध निर्माणों को तोड़ा। वहां दुकानों को ध्वस्त किया। इसके बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली मंगाकर मलबा ढोया जा रहा था। केजीएमयू प्रशासन ने बताया- बचा हुआ अतिक्रमण कल (रविवार) को ध्वस्त किया जाएगा। ज्यादातर अतिक्रमण हटा दिया है।

केजीएमयू नेत्र रोग विभाग के पीछे मजार के आस-पास काफी संख्या में अवैध दुकानें संचालित होती हैं। केजीएमयू ने अवैध कब्जा हटाने की दिशा में शनिवार को कार्यवाही शुरू कराई। इसके विरोध में कब्जेदार व अन्य स्थानीय लोग वहां जुट गए। केजीएमयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की। केजीएमयू प्रशासन व पुलिस बल ने अतिक्रमण कारियों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान अवैध कब्जेदारों का आक्रोशित हो गये। उन्होंने हंगामा व विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अज्ञात व असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें कई डॉक्टर व कर्मचारी घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया।

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