Kgmu: मरीजों को समय पर नहीं मिला वेंटिलेटर, दो की मौत

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर के पांचवें तल स्थित क्रिटिकल केयर यूनिट के डॉक्टरों की गैरजिम्मेदाराना हरकते थम नहीं रही है। यूनिट में बिस्तर खाली होने बाद भी मरीजों को आईसीयू में भर्ती नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ जुगाड़ वाले मरीज ही आईसीयू में शिफ्ट हो रहे हैं। तीमारदार रेफरल लेटर डाक्टरों की परिक्रमा करते रहते है, लेकिन डॉक्टर नो बेड कहकर लौटा देते हैं।

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बुधवार को गंभीर हालत के मरीज को आईसीयू नहीं मिल सका आैर मरीज ने एंम्बुबैग पर तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने मरीज का रेफरल लेटर बनाकर भेजा था। वहीं एक अन्य महिला मरीज को बिस्तर खाली होने बाद भी वेंटीलेटर नहीं मिल सका। थक हार कर आखिर में तीमारदार देर शाम निजी अस्पताल लेकर चले गए।
बलरामपुर जिला निवासी 55 वर्षीय बब्बू मंगलवार कोे घायल हो गए थे। तीमारदारों ने पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से मरीज की हालत गंभीर होने पर ट्रॉमा रेफर कर दिया गया। बुधवार भोर में करीब तीन बजे बेटे अशोक ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। वहां पर डॉक्टरों ने जांच पड़ताल किया आैर जांच में पता चला कि मरीज के सिर में ब्लड का धक्का जमा है। डॉक्टरों ने रेफरल लेटर बनाकर पांचवें व तीसरे तल पर आईसीयू के लिए भेजा। आरोप है कि पांचवें तल पर यूनिट बिस्तर पर खाली होने बाद भी तीमारदार को वापस कर दिया गया। दोपहर करीब एक बजे मरीज की मौत हो गयी। हालत गंभीर होने के कारण मरीज एंबुबैग पर था।

वही बस्ती से गंभीर हालत में बुधवार सुबह कैथई देवी आई। वह शुरू से ही एंबुबैग सपोर्ट पर थी। ट्रॉयज
एरिया में भर्ती करने बाद डॉक्टर ने आईसीयू के लिए रेफरल लेटर बनाकर भेजा। सुबह करीब साढ़े नौ बजे
दामाद श्रीचंद्र पांचवें तल पर आईसीयू के लिए गए। वहां से उन्हें वापस कर दिया गया। आरोप है कि करीब
साढ़े दस बजे इसी यूनिट में एक सिफारिशी मरीज को भर्ती कर लिया गया। तीमारदारों ने
डॉक्टर व स्टॉफ पर आईसीयू बेड न दिए जाने का आरोप लगाया। देर शाम परिजन मरीज को
शहीद पथ स्थित कॉरपोरेट हॉस्पिटल लेकर चले गए।

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