लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में इमरजेंसी मेडिसिन की अध्ययन मेडिकोज को कराया जाएगा। इस पाठ¬क्रम के लिए इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन किया जा रहा है। फैकल्टी बोर्ड ऑफ मेडिसिन की बैठक में कोर्स संचालन को हरी झंडी मिल गयी है।
इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. हैदर अब्बास का कहना है कि घायलों का गोल्ड अवर में इलाज देकर जान बच सकती है। अगर आंकड़ों को देखा जाए तो घायल को अस्पताल पहुंचाने में देर हो रही है। इस कारण इलाज मुश्किल हो जाता है।
उन्होंने बताया कि पीडीसीससी इन रिससिटेटिव मेडिसिन पाठ¬क्रम से अधिक प्रशिक्षित डॉक्टर तैयार होंगे। फिर घायल व इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को तत्काल इलाज देकर जीवन रक्षा करने में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम में एमडी मेडिसिन, एमडी रेस्पीरेटरी मेडिसिन,एनस्थीसिया, इमरजेंसी मेडिसिन, जनरल सर्जरी व आर्थोपीडिक्स में एमडी-एमएस की पढ़ाई पूरी करने वाले प्रवेश ले सकेंगे। एक वर्ष का पाठ्यक्रम है। फि लहाल अभी दो सीटे निर्धारित हैं। प्रवेश के लिए परीक्षा देनी होगी।
उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग बहुत ही व्यस्त विभाग है। यहां पर लखनऊ, अन्य जिलों के साथ-साथ आसपास के राज्यों से आने वाले मरीजों को भी इमरजेंसी में इलाज मुहैया कराया जा रहा है। यह विशेष पाठ¬क्रम में प्रशिक्षण विशेषज्ञों के बीच इमरजेंसी देखभाल की तकनीक को आैर उच्चस्तरीय कर सकेगा।