Kgmu: 75 नये डाक्टरों से किडनी प्रत्यारोपण, कैंसर, सर्जरी मरीजों और बेहतर इलाज

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लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में गुर्दा प्रत्यारोपण को जल्द शुरु हो जाएगा। काफी समय के केजीएमयू के विभिन्न विभागों को स्थाई डाक्टरों की तैनाती मिली है। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग को पहली बार कोई स्थाई डाक्टर मिला है। कुलपति का दावा है कि नये डाक्टरों की भर्तियों होने के बाद मरीजों को इलाज में आैर ज्यादा सुविधा मुहैंया हो सकेगी। केजीएमयू में 75 डाक्टरों की भर्ती हो गयी है। डाक्टरों की इन भर्तियों का विज्ञापन वर्ष 2022 में निकाला गया था। आरक्षण के मामला होने के कारण नियुक्तियां नहीं हो रही थी।

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केजीएमयू के विभिन्न विभागों में चल रही डाक्टरों की कमी किसी हद तक हो चुकी है। वर्ष 2022 में डॉक्टरों की भर्ती की जो प्रक्रिया जाकर 18 सितम्बर 2024 को पूरी हो पायी। राज्यपाल ने डाक्टरो की रुकी हुई नियक्तियों में आ रही परेशानियों को दूर किया। इसके बाद 75 डाक्टरों की भर्तियों होने का रास्ता खुला। बताते चले कि आरक्षण समर्थकों ने इन भर्तियों में आरक्षण के नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया था, जिसके कारण प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। कई चरणों की जांच पड़ताल के बाद भर्ती को क्लीन चिट मिली।

कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि राज्यपाल व मुख्यमंत्री के सहयोग से यह लम्बित भर्तियां हो सकी हैं। उन्होंने सरकार व राज्यपाल का आभार जताया। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुधवार को डाक्टरों को नियुक्ति पत्र भेजे गये, जिसके बाद बड़ी संख्या में डाक्टरों ने अपनी ज्वाइनिंग दी।
केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि नये डाक्टरों के आने से चिकित्सा शिक्षा, शोध और मरीजों के इलाज की व्यवस्था और चाक चौबंद होगी। उन्होंने बताया कि तीन प्रोफेसर, आठ एसोसिएट प्रोफेसर और 64 सहायक प्रोफेसर को नियुक्ति किये गये है।

कुलपति ने बताया कि नेफ्रोलॉजी विभाग में नियमित डॉक्टर आने से किडनी ट्रांसप्लांट जल्दी से जल्दी शुरू किया जाएगा। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में नियमित डॉक्टर होने से कैंसर की जांच आदि के काम बेहतर तरीके से चल रहेंगे।

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