लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दंत संकाय में डेंटल हाईजीनिस्ट व मैकेनिक की प्रवेश परीक्षा की काउंसिलिंग के दौरान दो संदिग्ध मुन्नाभाई को शक के आधार पर पकड़ा गया है। प्रवेश परीक्षा अधिकारियों ने जब इनसे पूछताछ की शुरू की गड़बड़ी मिलना शुरु हो गयी। जांच में आवेदन फार्म पर फोटो और चेहरे की जांच करने पर भिन्नता मिली है। इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने पुलिस को दोनों को संदिग्धों को सौंप दिया आैर जांच को आैर विस्तारपूर्वक करना शुरू कर दिया है।
दंत संकाय में डेंटल हाईजीनिस्ट व मैकेनिक प्रत्येक पाठ्यक्रम में 20-20 सीटें हैं। इन पाठ्यक्रमों में अध्ययन के लिए प्रवेश परीक्षा 22 जुलाई 2018 को हुई थी। इसका 27 जुलाई को रिजल्ट घोषित किया गया। सात अगस्त को काउंसिलिंग भी शुरू हुई। इसी दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया। इसके बाद काउंसिलिंग स्थगित कर दी गई। मामला कोर्ट में पहुंच गया।
मंगलवार को दंत संकाय में काउंसिलिंग शुरू हुई। काउंसिलिंग कराने आए दो युवकों पर अधिकारियों को शक हुआ। अधिकारियों का कहना है कि आवेदन पत्र में जो फोटो लगाई गई थी वह चेहरे से मिल नहीं रहा है। इस पर युवक सकते में आ गए। युवकों ने इधर- उधर का जवाब देते हुए मामले को टालना शुरू कर दिया।
शक के आधार पर काउंसलिंग करा रहे अधिकारियों ने पूरे मामले की जानकारी दंत संकाय के डीन डॉ. शादाब मोहम्मद को दी। डॉ. शादाब का कहना है कि शक के आधार पर युवकों से पूछतांछ की गई। चीफ प्रॉक्टर डॉ. आरएएस कुशवाहा को भी मामला संज्ञान में दे दिया गया। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि दंत संकाय के डीन की शिकायत के बाद उन्हें पूरे मामले को समझा कर मौके पर चौक कोतवाली को जानकारी देते हुए बुला लिया। युवक से पूछतांछ की गई। उनका कहना है कि पुलिस के बाद विस्तार पूर्वक जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.












