लखनऊ। मरीजों पर दवाओं के रिएक्शन की जानकारी किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का फार्मोकोलॉजी विभाग एकत्र कर रहा है। अभी तक 162 दवा रिएक्शन की जानकारी एकत्र की जा चुकी है, जो कि इलाज के दौरान रिएक्शन के केस है।
केजीएमयू फार्माकोलॉजी विभाग के तहत फार्मोंकोविजलेंस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। केजीएमयू में 26 विभाग दवा के दुष्प्रभाव की जानकारी दे रहे हैं। जनवरी से अगस्त के बीच ड्रग रिएक्शन के 162 मामले दर्ज किए गए हैं। सबसे ज्यादा 37 मामले अप्रैल में दर्ज किए गए। फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. आमोद कुमार ने बताया कि अभी जिन दवाओं के सेवन के बाद मरीज को जो लक्षण नजर आए हैं, उनमें सुधार किया जा सकेगा। इस संबंध में कंपनियों को भी जानकारी दी जाएगी।
केजीएमयू में त्वचा की बीमारी लेकर पहुंचे मरीजों में सबसे ज्यादा दवा रिएक्शन के 34 मामले दर्ज किए गए हैं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा लेने पर भी मरीजों को दुष्प्रभाव झेलने पड़ रहे हैं। दवा खाने या मरहम लगाने के बाद मरीजों खुजली, त्वचा पर दाने, छाले, चकत्ते समेत दूसरी परेशानियां दर्ज कराई हैं।
इलाज के बाद सभी मरीज ठीक हैं। वहीं कैंसर मरीजों ने रेडियोथेरेपी के बाद दवा रिएक्शन की शिकायत की। 26 मामले दर्ज किए। पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन व रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग ने 11-11 मामले दर्ज कराए हैं। मरीजों ने सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना, बुखार जैसी परेशानी गिनाई।