लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में तदर्थ कर्मचारियों को प्रमोशन करने के प्रकरण में अधिकारी फंस सकते है। अधिकारियों ने नियमों को दरकिनार कर तीन तदर्थ कर्मचारियों को प्रमोट किया है। इस प्रकरण की गयी शिकायत को शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करके पूरी रिपोर्ट तलब किया है। इसके साथ ही तर्दथ कर्मचारियों के डिमोशन के निर्देश दिए गए हैं। इससे केजीएमयू में हड़कम्प मच गया है।
केजीएमयू के अलग-अलग विभागों में कार्यरत पांच कर्मचारियों को प्रमोशन कि या गया था। इनमें फार्माकोलॉजी, कार्डियोलॉजी, थोरेसिक सर्जरी, अधीक्षक कार्यालय व कुलपति कार्यालय में यह कर्मचारी तैनात हैं। बताया जाता है कि इसमें दो कर्मचारियों का प्रमोशन नियमानुसार किया गया है, जबकि तीन तदर्थ कर्मचारियों को प्रमोशन करने का प्रकरण फंस गया है। इस प्रकरण में डिप्टी सीएम से शिकायत की गयी। डिप्टी सीएम ने मामले की जांच के आदेश देते हुए प्रमुख सचिव ने पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट मांगी है।
इसके बाद 21 जून को कुलसचिव अर्चना गहरवार ने आदेश जारी कर कोर्ट के आदेश का हवाला दिया। पत्र में कहा गया है कि कुलपति व वित्त अधिकारी के आदेश पर वेतन निर्धारण किया जाएगा।