जुलाई भर चलेगा स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान

0
821

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 38 जिलों में जुलाई महीने में स्वास्थ्य विभाग संचारी रोग पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए अभियान चलाने जा रहा है। राज्य के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के महानिदेशक डा. पद्माकर सिंह ने शुक्रवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दो जुलाई से विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह प्रारम्भ किया जा रहा है, जो 31 जुलाई तक प्रदेश के प्रभावित 38 जिलों में चलाया जायेगा।

Advertisement

श्री सिंह ने बताया कि संचारी रोग पर प्रभावी नियंाण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में दस्तक अभियान के तहत दो अप्रैल से 16 अप्रैल के मध्य”विशेष संचारी रोग नियंाण पखवाड़ा'”चलाया गया था। इस दौरान प्रभावित 38 जिलों के लगभग 34 लाख बच्चों का टीकाकरण किया गया था। दूसरे चरण में विशेष संचारी रोग नियंाण कार्यक्रम के लिए 74851 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही दस्तक अभियान के तहत आशा कार्यकाियों द्वारा 27.81 लाख घरों में स्वास्थ्य शिक्षा, 54 हजार से अधिक मातृ बैठक, 86 हजार स्थानों पर सात लाख से अधिक लोगों को क्लोरीनेशन की शिक्षा तथा 14 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों की बैठक के माध्यम से संचारी रोग के बारे में जागरूक करते हुए इससे बचाव के उपाय बताये गए।

श्री सिंह ने बताया कि गोरखपुर और बस्ती मण्डल के सात जिलों में दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के लिये 28974 कर्मियों (ए.एन.एम., आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकाियों), 16540 शिक्षकों, 19017 ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकाियों को 27.83 लाख घरों के भ्रमण, 6677 स्वच्छता तथा पोषण समिति की बैठकें तथा सभी 617 चिन्हित हाई रिस्क क्षेाों में सघन फॉगिंग एवं लार्वीसायिडल स्प्रे किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ये कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को बीमारी से बचने के लिए साफ-सफाई आदि के बारे में जानकारी देंगी।

निदेशक, संचारी श्रीमती मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस रोग पर प्रभावी नियंाण एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ प्रदेश के अन्य 11 विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिसके तहत ग्राम्य विकास विभाग द्वारा पांच लाख से अधिक उथले हैंडपंप का च्रिनीकरण किया गया और 32 हजार इंडिया मार्का-2 हैंडपंप की मरम्मत कराई गई। पंचायती विभाग द्वारा 4.5 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। शिक्षा विभाग द्वारा रोग के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से 88 हजार स्कूल रैली तथा 16 हजार प्रभात फेरी निकाली गई। इसके अतिरिक्त बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा 10 हजार से अधिक अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र रेफर किया गया।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त गोरखपुर तथा महराजगंज जिलों में दिमागी बुखार के विषय में जन-जागरूकता बढ़ाने तथा 11 ग्राम पंचायतों को रोग नियंाण के लिए आदर्श ग्राम पंचायतों के रूप में विकसित करने के लिए प्लान इंडिया के साथ एमओयू किया गया है। जिसके तहत प्लान इंडिया द्वारा 1500 ग्रामों में एलईडी युक्त मोबाइल प्रचार वाहनों तथा इन्हीं ग्रामों में सांस्कृतिक दलों के माध्यम से दिमागी बुखार की रोकथाम तथा उपचार के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleयह अवकाश पर है तो नहीं होगी जांच
Next articleप्रदेश में हार्ट अटैक के मरीजों को यह इलाज

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here