जीत के लिए शार्ट कट नही, प्रमाणिकता व पारदर्शिता आवश्यक : राज्यपाल

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लखनऊ। वर्तमान में नये डाक्टरों के सामने मरीजों का बेहतर इलाज करना एक चुनौती है। परन्तु उन्हें स्पर्धा में आगे आने के लिए पेशे में प्रमाणिकता व पारदर्शिता अवश्य लानी चाहिए। यह बात किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में प्रदेश के राज्यपाल व कुलाधिपति रामनाईक ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। समारोह के मुख्य अतिथि मनीपाल यूनिवर्सिटी के नेशनल रिसर्च प्रोफेसर एवं प्रसिद्ध कॉर्डियक थौरेसिक वैसकुलर सर्जन डॉ. एम.एस. वालियाथन थे। समारोह में कुलाधिपति एंव राज्यपाल ने मेधावियों को 126 मेडिकोज को मेडल प्रदान किए गए। मेडल पाने वालों में 66 प्रतिशत संख्या छात्राओं की एवं 33 प्रतिशत संख्या छात्रों की रही।

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इस वर्ष प्रतिष्ठित हीवेट मेडल वर्ष 2013 एमबीबीएस की मेडिकोज कृतिका गुप्ता को दिया गया, जबकि अरमीन अली को चांसलर मेडल दिया गया। कृतिका ने एमबीबीएस की फाइनल प्रोफेशनल की परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि एमबीबीएस के सभी प्रोफेशनल वर्ष में शानदार प्रदर्शन किए जाने पर अरमीन अली को चांसलर मेडल दिया गया। इसके साथ ही दीपशिखा त्रिपाठी सबसे ज्यादा मेडल पाने वाली स्टूडेंट बनी। उन्हें एचडीगुप्ता मेमोरियल गोल्ड मेडल समेत कुल 20 मेडल मिले, इसमें से 19 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल शामिल है। समारोह में प्रो. बलराम भार्गव और प्रो शिव कुमार सरीन को डीएससी की मानद उपाधि प्रदान की गयी। समारोह में कुलपति प्रो. एमएलबी भटट् मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

समारोह में कुलाधिपति एंव राज्यपाल के कहा कि यह ध्यान रखे कि स्पर्धा में कोई शार्टकट नहीं होता है। शार्टकट को अपनाने वाले लोग कब कहां समाप्त हो जाते है, यह पता नही चल पाता है। जबकि परिश्रम के साथ प्रमाणिकता के साथ पारदर्शिता बरतते है, उन्हें सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों के आंक ड़ों को देखा जाए तो मेडल्स जीतने वाली लड़कियों का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। यह देश के पूर्व प्रधानमंत्री व जननायक अटल बिहारी बाजपेयी के सर्व शिक्षा अभियान व देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओं अभियान को साकार कर रहा है। कुलाधिपति एंव राज्यपाल ने कहा कि नये डाक्टरों का अगला पड़ाव शुरू हो रहा है। उन्हें नयी चुनौती का स्वीकार करना होगा। उन्होंने बताया कि मरीजों के उच्चस्तरीय इलाज के लिए वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना भी मील का पत्थर साबित होगी।

इन मेधावी को मिला हीवेट और चांसलर मेडल

इस वर्ष प्रतिष्ठित हीवेट मेडल वर्ष 2013 एमबीबीएस की छात्रा कृतिका गुप्ता को दिया गया। जब कि अरमीन अली को चांसलर मेडल दिया गया। कृतिका ने एमबीबीएस की फाइनल प्रोफेशनल की परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि एमबीबीएस के सभी प्रोफेशनल वर्ष में शानदार प्रदर्शन किए जाने पर अरमीन अली को चांसलर मेडल दिया गया। इसके साथ ही दीपशिखा त्रिपाठी सबसे ज्यादा मेडल पाने वाली स्टूडेंट बनी। उन्हें एचडीगुप्ता मेमोरियल गोल्ड मेडल समेत कुल 20 मेडल मिले, इसमें से 19 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल शामिल है।

इस बार दो नए मेडल डॉ. रामबिहारी सिंह एवं पद्मश्री डॉ. सव्यसांची सरकार गोल्ड मेडल अवार्ड की शुरूआत की गई। नर्सिंग में उत्कृष्टता के लिए पद्मश्री डॉ. सव्यसांची सरकार गोल्ड मेडल अवार्ड एमएससी नर्सिंग की छात्रा पल्लवी राय को दिया गया। पल्लवी राय को दोनों सेमेस्टर में बेहतरीन परफॉरमेंस के लिए यह मेडल दिया गया और डॉ. रामबिहारी सिंह मेडल सर्जरी में टॉप करने वाली छात्रा डॉ. प्रियांशी दुदेजा को दिया गया।

इन मेधावियों को मिले गोल्ड मेडल

डॉ. दीपशिखा त्रिपाठी को 19 गोल्ड एवं 01 सिल्वर मेडल, डॉ. अंशिका मिश्रा को 09 गोल्ड मेडल, डॉ. अरमीन अली को 03 गोल्ड मेडल, डॉ. प्रियांशी दुदेजा, डॉ. पल्लवी राय, डॉ. गायत्री गर्ग, डॉ. निशांत गौरव भारद्वाज, डॉ. अदिति मिश्रा, डॉ. निदा खान, डॉ. हिमांशी पाण्डेय, डॉ. स्नेह किरन रघुवंशी, डॉ. बृजेंद्र बहादुर सिंह, डॉ. प्रणव कुमार यादव, डॉ. दिशा तिवारी, डॉ. अर्जुमान्द अहान, डॉ. रोहित अग्रवाल, डॉ. आतिया समरीन, डॉ. अरोही गुप्ता, डॉ0 मेघनाथन, डॉ0 पुरषोतम कुमार बघेल, डॉ. सुकीर्ति आहूजा, डॉ. निधि भटनागर, डॉ. तूलिका कुमारी, डॉ. अर्पिता गुप्ता, डॉ. अजय प्रताप सिंह, डॉ. प्राची राय, डॉ़.शिखा वर्मा, डॉ. सुगंधा जौहरी, डॉ. सुजाता सिंह, डॉ. मीटू गोयल, डॉ. सुभी पाण्डेय, डॉ. पदनाभन कंडास्वामी, डॉ. वंकार समीर गनपत, डॉ. हरिकृष्णन वी, डॉ. सनी गोयल, डॉ. सुधाकर पाण्डेय, डॉ. गुरूप्रसाद रेड्डी, डॉ. मनन मयूर मेहता, डॉ. एल मनीकंदन को प्रदान किया गया।

इनको मिली मानद उपाधि

दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के हेल्थ रिसर्च विभाग के सेक्रेटरी प्रो. बलराम भार्गव और इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलेयरी साइंसेस, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. शिव कुमार सरीन को डीएससी की मानद उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रो. बलराम भार्गव एवं प्रो. शिव कुमार सरीन ने अपने संबोधन में मेडल पाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी आैर भविष्य में केजीएमयू को शोध व प्रत्यारोपण के क्षेत्र में मदद करके आश्वासन दिया। इस अवसर पर कुलपति ने कुलाधिपति को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इससे पहले समारोह में शैक्षिक यात्रा मिलेट्री बैंड की धुन पर हाल में प्रवेश की। कुलपति के निवेदन पर कुलाधिपति ने समारोह की शुरूआत करने की अनुमति दी। अंत में कुलसचिव डॉ. राजेश कुमार राय ने धन्यवाद भाषण दिया। समारोह के अंत में भी शैक्षिक यात्रा में वरिष्ठ डाक्टरों ने कुलाधपति व कुलसचिव के नेतृत्व में हाल से बाहर निकले।

दीक्षांत समारोह में मंच पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. एकेसिंह, पैरामेडिकल साइंसेस के डीन डा. विनोद जैन, नर्सिंग बीएससी की डीन डॉ. मधुमति गोयल , डीन मेडिसिन प्रो. विनीता दास, हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश विष्णु सहाय मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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