वैज्ञानिकों ने जहरीले सांप के जहर से एक और वंडर ड्रग बनाने में सफलता प्राप्त कर लिया है।यह सफलता शिकागो के वैज्ञानिकों को मिली है। जानकारी के अनुसार शोध कर्ताओं ने मलेशियन पिटवाइपर सांप के जहर से ऐसी थक्का रोधी दवा बनायीं है। यह हार्ट अटैक के वक्त मरीजों कोे रिकवर कराने में मददगार साबित हुई है। इस को हाल ही में कनाडा के बाजार में बिक्री के लिए उतरा गया है।
सेंट एन्टीनियो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सास हेल्थ साइंस सेण्टर की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में इस दवा का इस्तेमाल खून के थक्के से पैदा होने वाली कुछ खास समस्याओं के एलाज करने में किया जा रहा है।
एस्चेनिक स्ट्रोक के लिए यह दवा मुफीद है –
इस दवा के प्रभावो को लेकर 500 ऐसे लोगों पर अध्ययन किया गया, जो एक्यूट इस्कीमिक स्ट्रोक के शिकार थे ।यह एक प्रकार का ऐसा हृदयाघात होता है, जो खून का थक्का बनने की वजह से एक धमनी को जाम कर देता है। इसके कारण दिमाग क्षतिग्रस्त होने लगता है। बहरहाल इस अध्यन में शामिल कुछ मरीजों को यह दवा दी गयी। देखा गया कि जो मरीज इस दवा का सेवन कर रहे थे उनमें अन्य मरीजों के अपेक्षा काफी सुधार हुआ था। कुछ और मरीजों भी दवा के कारण तेजी से सुधार हो रहा था। अंत में आखिरकार यह नतीजा निकल गया कि एस्चेनिक स्ट्रोक के लिए यह दवा मुफीद है। दवा की प्रभावशीलता और साइड इफेक्ट्स की विस्तृत जानकारी शोध कर्ताओं के माध्यम से जर्नल ऑफ थे अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के हालिया अंक में प्रकाशित हुआ है।