लखनऊ। इंटर्न डाक्टरों ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को कार्यक्रम में आए चिकित्सा शिक्षा व अन्य मंत्रियों का घेराव कर प्रदर्शन किया। चल रहे कार्यक्रम स्थल के बाद प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया। काफी संख्या में वीआईपी गाड़ियों के पास भी एकत्र हो गए। इस अचानक घेराव से मौजूद पुलिस अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। किसी तरह समझा बुझा कर इंटर्न डाक्टरों को बैरिंगगेटिग के पीछे किया गया। वार्ता में समस्याओं के समाधान के आश्वासन के बाद इंटर्न डॉक्टरों ने घेराव समाप्त किया। वही कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन में 150 से अधिक इंटर्न डॉक्टरों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
केजीएमयू में भत्तों मांग को लेकर इंटर्न डॉक्टरों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। लगभग 300 इंटर्न हड़ताल पर चल रहे हैं। केजीएमयू में आयोजित सेंटर फॉर आर्थो पेडिक सुपर स्पेशलिटीज का शिलान्यास का कार्यक्रम ब्रााउन हॉल में शाम तीन बजे कार्यक्रम था। इसमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह व कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक मौजूद थे। मंत्रियों के कार्यक्रम में पहुंचने के बाद इंटर्न डॉक्टर पोस्ट-बैनर लेकर ब्रााउन हाल पहुंच कर चारों तरफ से घेर लिया। आने जाने वाले सभी रास्तों पर इंटर्न डॉक्टर जुट गए। मंत्रियों के गाड़ियों पास भी प्रदर्शनकारी की भीड़ जुट गई। ऐसे में पुलिस व सुरक्षा गार्ड में हड़कम्प मच गया। पुलिस की मौजूदगी में इंटर्न ने खूब नारेबाजी की। उधर प्रदर्शन के कारण केजीएमयू प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। मंत्रियों ने कार्यक्रम खत्म होने के बाद इंटर्न डॉक्टरों को समझाया। मंत्री ने वार्ता के लिए पांच प्रतिनिधियों को सचिवालय में बुलाया है। इंटर्न डॉ. शिवम मिश्रा के मुताबिक डॉ. अमरपाल व आरडीए से डॉ. कावेरी व डॉ. कृष्णा वार्ता में शामिल रहे। शिवम के मुताबिक अभी 7500 रुपये प्रतिमाह भत्ता मिल रहा है, जो कि केंद्रीय संस्थानों के भांति कम से कम 30 हजार रुपये प्रदान किए जाएं।