लखनऊ । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में जल्द ही हार्ट ट्रांस प्लांट शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर केजीएमयू प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। केजीएमयू के सीवीटीएस विभाग के तहत होने वाले हार्ट ट्रांसप्लांट में ‘ ब्रोन स्टेम डेथ” मरीज का हार्ट मिलते ही विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ट्रांसप्लांट कर देगी।
सीवीटीएस विभाग के प्रमुख डा. एस के सिंह ने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट की पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उनके अलावा पीजीआई में हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा सकेगा। वहां पर तैयारी हो चुकी है। बताया जाता है कि ट्रांसप्लांट कराने वाले कराने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग भी शुरू करा दी है। जो भी पहले हार्ट ट्रांसप्लांट कर लेगा। वह प्रदेश का पहला संस्थान बन जाएगा। निजी अस्पताल से कम खर्च में ही हार्ट ट्रांसप्लांट हो जाएगा।
केजीएमयू में हार्ट ट्रांसप्लांट करने के लिए सीवीटीएस और कार्डियोलाजी विभाग के कुछ डॉक्टरों की एक टीम बनायी जाएगी। स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट (सोटो) की मदद ली जा रही है।
संस्थान में सीवीटीएस विभाग के प्रमुख डा. एस के सिंंह का कहना है कि देखने में आया है कि अब कम उम्र के लोगों में भी कोरोनरी आर्टरीज डिजीज की दिक्कत बढ़ रही है। पहले यह सब हार्ट की दिक्कत पचास की उम्र के बाद देखने को मिलती थी। इसकी बड़ी वजह प्रदूषषण, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, डिप्रेशन, डाइट कंट्रोल नहीं और खराब लाइफ स्टाइल है। संस्थान की ओपीडी में प्रतिदिन लगभग दो सौ से ज्यादा ऐसे मरीज आते हैं। इनमें से करीब 50 प्रतिशत युवा होते हैं।
डा.एस के सिंह ने बताया का हार्ट के जटिल से जटिल सर्जरी हो रही है। हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भी सभी उपकरण है। इसके अलावा डाक्टर की टीम भी तैयार है।