हड्डी में स्टेम सेल प्रत्यारोपण की नयी तकनीक खोजा

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लखनऊ। बच्चों में कूल्हे की हड्डी में ब्लड का सर्कुलेशन (दौरा) कम होने पर आर्थराइटिस हो जाती है। अब इस दिक्कत से निजात दिलाने के लिए कूल्हे में बोन मैरो प्रत्यारोपण करने की नयी तकनीक को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग प्रमुख डा. अजय कुमार सिंह ने तलाश कर ली है। लगातार इस नयी तकनीक से बच्चों की समस्या को दूर करने के बाद अब पेटेंट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नयी तकनीक की खासियत यह है कि इसमें बड़े चीरे की जरूरत नहीं पड़ेगी और लोकेशन भी नहीं बदलना पड़ेगा। इससे घाव जल्दी भरेगा।

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डा. अजय कुमार सिंह ने बताया कि देखा गया है कि अक्सर चार से आठ वर्ष की उम्र वाले बच्चों में कूल्हे की हड्डी में खून का दौरा कम हो जाता है। इनकी संख्या काफी कम होती है, लेकिन इससे उनकी उम्र आठ से 10 वर्ष का होने के बाद आर्थराइटिस हो जाता है। आंकड़ों के अनुसार करीब एक हजार बच्चे में किसी एक को होना पाया गया है। इसके इलाज में अभी तक कुछ विशेष दवाओं व इंजेक्शन से ठीक करने की कोशिश की जाती थी, लेकिन उसकी सफलता की दर 10 से 15 प्रतिशत ही पायी गयी है। क्लीनिकल अपडेट के दौरान इसके इलाज में बोन मैरो प्रत्यारोपण की तकनीक शुरू हुई। इसमें सफ लता मिलने पर काफी संख्या में पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक्स सर्जन कूल्हे के ऊपर भाग में 10 से 15 सेटीमीटर का चीरा लगाते हैं, फिर कूल्हे की हड्डी की गोलाई वाले भाग को बाहर निकालते हैं।

इसके बाद उसमें स्टेम सेल का प्रत्यारोपण किया जाता हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में कई प्रकार के खतरे होते हैं। कूल्हे को बाहर निकालने की प्रक्रिया में कोई भी नसों के कटने की आशंका रहती है। लगाया गया चीरा लंबा होने से घाव भरने में वक्त लगता है आैर संक्रमण भी हो सकता है। डा. अजय सिंह का कहना है कि इस सर्जरी की प्रक्रिया में उन्होंने इसमें नया प्रयोग किया। सर्जरी के दौरान उन्होंने कूल्हें पर सिर्फ तीन सेंटीमीटर का चीरा लगाकर और उसकी गोलाई वाले हिस्से को बाहर निकालने के बजाय उसमें चार सेंटीमीटर का एक अलग रास्ता बनाया। इसके बाद फिर सी आर्म्स उपकरण से इसी नये रास्ते से स्टेम सेल को वहां पर भरने की प्रक्रिया पूरी की। उनका दावा है कि यह प्रयोग में यह प्रक्रिया पूरी तरह से सफल रही। अब तक सौ से ज्यादा मरीजों में यह प्रयोग सफल किया जा चुका है। इसके बाद नयी तकनीक को पेटेंट के लिए आवेदन किया है।

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