लखनऊ – राजधानी में चर्चा का विषय बने गैंगरेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को आलमबाग पुलिस व एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी देते हुए एडीजी लॉ एण्ड ऑडर ने बताया गैंगरेप और यौन शोषण के आरोप में फरार चल रहे गायत्री प्रजापति को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने उनके बेटे अनुराग व भतीजे सुरेन्द्र को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया था। उनसे पूछताछ के बाद सीओ आलमबाग व हजरतगंज की टीम ने फरार चल रहे विकास वर्मा को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस पहले ही गायत्री प्रजापति के रहे गनर चन्द्रपाल, लेखपाल अशोक तिवारी व आशीष शुक्ला की गिरफ्तार चुकी है।
पूरा मामला 18 फरवरी को अमेठी से सपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़े गायत्री प्रजापति व उनके 6 साथियों के खिलाफ गौतमपल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। चित्रकूट की एक महिला की तहरीर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर यह मुकदमा दर्ज किया गया था। पीडि़ता ने आरोप लगाया था गायत्री के सरकारी आवासर पर उन्हें नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर उनके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद से गायत्री फरार चल रहे थे जिन्हे बुधवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं सूत्रों की माने तो गायत्री के वकीलों और समर्थकों ने क्राइम ब्राांच के सिपाही से नोकझोंक भी हुयी।
दी सफाई –
गिरफ्तारी के बाद गायत्री प्रजापति ने मीडिया के सामने सफाई में कहा मेरे खिलाफ साजिश की गयी है। उन्होंने अपने ऊपर लगे रेप आरोपों की सच्चाई जानने के लिए नार्को टेस्ट करवा लिया जाये इससे दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।