लखनऊ। कक्षा 6 पास युवक के पास बर्थ की चाह में जब यात्री इस शातिर के पास पहुंचे तो बेझिझक होकर इसने यात्रियों को बाघ एक्सप्रेस के स्लीपर कोचों में रुपये लेकर सीट एलॉट करना शुरू कर दी। जब यात्री ट्रेन के अंदर पहुंचे तो सीट पर दूसरा यात्री देख कर ठगे जाने का अहसास हुआ। इसके बाद यात्रियों ने जीआरपी की मदद से फर्जी टीटीई को धर दबोचा। युवक की पहचान कुशीनगर निवासी सोनू सिंह उर्फ पुष्पेंद्र के रुप में हुई है।
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन पर सोमवार रात करीब 12.30 हावड़ा से चलकर काठगोदाम जाने वाली बाघ एक्सप्रेस प्लेटफार्म न बर एक पर पहुंची थी। यहां पर ट्रेन करीब 25 मिनट तक खड़ी रहती है। प्लेटफार्म पर बने लाई ओवर के नजदीक सोनू सिंह टीटीई के कपड़े और हाथ में आरक्षण चार्ट लेकर खड़ा हो गया। वेटिंग वाले यात्री ठग सोनू को टीटीई समझ कर सीट लेने पहुंच गए। इसके बाद सोनू ने सबसे पैसे लेकर स्लीपर कोचों में सीट एलॉट करना शुरू कर दी। इस दौरान सोनू ने करीब दो दर्जन से अधिक यात्रियों से पैसे लेकर फर्जी तरीके से सीट एलॉट कर दी। जीआरपी ने सोनू के पास से 23 हजार से अधिक रकम बरामद की है। जीआरपी के मुताबिक सोनू काफी समय से इस तरह से यात्रियों को ठगता आ रहा है। यही नहीं, सोनू ठगी से कमाई गई रकम को प्लेटफार्म पर ही बनी दवा की दुकान पर रखता था।
फिलहाल जीआरपी सोनू व मेडिकल स्टोर संचालक से पूछताछ कर रही है। ट्रेन में कोच नहीं सीट एलॉट कर दी फर्जी टीटीई बन कर सोनू ने बाघ एक्सप्रेस में यात्रियों को सीट एलॉट करना शुरू कर दी। उसने कुछ यात्रियों को एस 7 व एस 8 में सीट एलॉट की, जबकि कुछ यात्रियों को एस 9 कोच में सीट एलॉट कर दी, लेकिन बाघ एक्सप्रेस में एस 9 कोच लगता ही नहीं है। बस इसी गलती ने सोनू को पकड़वा दिया। यात्री ने जब एस 9 कोच तलाश करना शुरू किया तो उनको पता चला कि ट्रेन में एस 9 कोच ही नहीं हैं। इसके अलावा कुछ यात्री जब दूसरे कोच में सीट लेने पहुंचे तो उन्होंने वहां पर दूसरे यात्रियों को सोता हुआ पाया। थोड़ी ही देर में उनको ठगे जाने का अहसास हो गया। इसकी जानकारी यात्रियों ने स्टेशन मास्टर और जीआरपी को दी। चैकी प्रभारी एनईआर संतोष राय ने यात्रियों की मदद से प्लेटफार्म पर से ही सोनू सिंह को गिर तार कर लिया।