लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में ब्लड की जांच में वेटिंग बाद अब इमरजेंसी में होने वाली ब्लड की जांच नही हो पा रही है। सोमवार को जांच के लिए पहुंचे मरीजों को वापस लौटना पड़ा, तो वही रात की इमरजेंसी में ब्लड की जांच नहीं हो सकी। काफी संख्या में मरीजों को ब्लड की जांच इमरजेंसी में कराने के लिए निजी पैथालॉजी जाना पड़ा। सामान्य्य मरीजों को ब्लड की जांच के लिए पैथालॉजी में दो-तीन दिन बाद की बुलाया जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में खून की तमाम जांच निजी कंपनी पीओसीटी के लैब टेक्नीशियन काम रहे थे। शासन के निर्देश पर इन कर्मचारियों को नौकरी से ही हटा दिया गया है। इससे मरीजों की जांच पर काफी प्रभावित होने लगी है। बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, रानीलक्ष्मी बाई समेत महिला अस्पताल में रात में आने गंभीर मरीजो की जांच प्रभवित हो रही है। अभी तक यह ब्लड की जांचे अभी तक मुफ्त में हो रही थी।
पैथालॉजी में स्टाफ न होने से जांच का काम प्रभावित हो रही है। आनन-फानन में सरकारी अस्पतालों में मरीजों खून की जांच के लिए अप्रशिक्षित कर्मचारियों को लगाया दिया है। मरीजों की शिकायत यह है कि नाम से लेकर जांच तक में दिक्कत हो रही है। कभी मरीज का नाम गलत लिखा जा रहा है तो कभी रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने मिल रही है। इससे मरीजों को खून की जांच के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
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