लखनऊ। राजधानी में चार महीने बाद कोरोना संक्रमण से डाक्टर की मौत हो गयी। इससे पहले मार्च महीने में कोरोना से मरीज की मौत हुई थी। यह मरीज कोरोना सिविल अस्पताल के रिटायर्ड डाक्टर थे। वही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सोमवार को 88 रही, जबकि कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 133 रही। राजधानी में अब कोरोना के 781 सक्रिय मरीज है। चार महीने बाद कोरोना संक्रमण से हुई मौत से स्वास्थ विभाग अधिकारियों में हड़कम्प मच गया है।
राजधानी में कोरोना संक्रमण से सोमवार को दूसरी मौत हो गयी। यह मरीज केजीएमयू के कोरोना सेंटर में भर्ती चल रहा था। केजीएमयू में भर्ती 64 वर्षीय मरीज कोरोना संक्रमण होने के बाद 15 दिन से भर्ती चल रहे थे। संक्रमण के अलावा इलाज कर रहे डाक्टरों के अनुसार मरीज को मल्टी ड्रग रिजिस्टेंट ट¬ूबरकोलिसिस हो गया था। जो कि मौत का कारण बना। इलाज कर रहे डाक्टरों का कहना है कि दिन प्रतिदिन मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी। वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था,लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गयी। इससे पहले कोरोना संक्रमण से मार्च महीने में मौत राजधानी में हुई थी।
अगर देखा जाए तो राजधानी में कोरोना संक्रमण तीन दिन से सौ के आंकड़े से कम आ रहा था। इसके अलावा कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सौ से ज्यादा चल रही है। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि मरीज के ज्यादा ठीक होने पर सक्रिय मरीजों की संख्या कम होती जाएगी।
आज आलगबाग में 18, अलीगंज में 13, चिनहट में 10, सरोजनी नगर में नौ, सिल्वर जुबली में सात, एन के रोड में पांच, इंदिरा नगर में चार, मलिहाबाद में चार, रेडक्रास में दो, ऐशबाग में एक टूड़ियागंज में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। इसके अलावा यात्रा करने वाले दो मरीजों में संक्रमण मिला है। संदिग्ध लक्षण वाले मरीज जांच कराने में 11 मरीज कोरोना संक्रमित हो गये है।