लखनऊ। राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को पीजीआई में कोरोना संक्रमित डॉ. शील कुमार त्रिपाठी की इलाज के दौरान मौत हो गयी। इसके साथ ही राजधानी में 20 मौत कोरोना संक्रमण से हो गयी। राजधानी में 11 मरीजों की मौत कोरोना से हुई, जब कि गैर जनपदों के आठ कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान हो गयी।
बताते है कि अयोध्या के नगर स्वास्थ्य अधिकारी व एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. शील कुमार त्रिपाठी (42) 14 सितम्बर को कोरोना पॉजिटिव आये थे। डॉ. त्रिपाठी अयोध्या के मेडिकल कालेज में एक महीने से आईसीयू में भर्ती गम्भीर कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए पॉजिटिव हुए थे। तीन दिन तक अयोध्या मेडिकल कालेज में भर्ती रहने के बाद तबियत बिगड़ने पर पीजीआई भेजा गया था। यहां आईसीयू में भर्ती डॉ.त्रिपाठी का शुक्रवार को निधन हो गया। सुल्तानपुर निवासी डॉ. त्रिपाठी अयोध्या में नगर स्वास्थ्य अधिकारी, टीबी अस्पताल के प्रभारी के अलावा कई अन्य जिम्मेदारियां निभा रहे थे। इसके अलावा राजधानी के विभिन्न कोविड-19 के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित 11 मरीजों की मौत हो गयी। यह मरीज लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी थे आैर कोरोना संक्रमण के अलावा विभिन्न बीमारियों से भी पीड़ित थे।
इसके अलावा अमेठी 65 वर्षीय पुरुष की मौत कोरोना वार्ड में हो गयी। मरीज को सिर में चोट लगी थी। 19 सितम्बर को भर्ती किये मरीज की मौत रेस्पटरी फेल्योर होने के कारण हो गयी। लखीमपुर निवासी 62 वर्षीय पुरुष की कोरोना वार्ड में मौत हो गयी। मरीज को डायबिटीज की समस्या बनी हुई थी। इलाज के दौरान रेस्पटरी फे ल्योर होने के कारण मरीज की मौत हो गयी। गैर जनपदों में पीलीभीत के एक, बाराबंकी के दो , सीतापुर एक , प्रतापगढ़ एक तथा मऊ में एक मरीज की कोरोना संक्रमण से हो गयी।