लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डाक्टरों को दवाओं के नाम कैपिटल लेटर में लिखने का आदेश जारी हुआ है। यह आदेश एक अगस्त से लागू होगा। इस आदेश के जारी होते ही परिसर में डॉक्टरों के बीच एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है।
केजीएमयू सहित अन्य डॉक्टर के द्वारा लिखे गए दवाओं के नाम जल्दी मरीजों को समझ में नहीं आते थे पर्चे पर लिखे नाम सिर्फ दुकानदार समझ पाता था। परंतु आप केजीएमयू के डॉक्टर दवाओं नाम अंग्रेजी में कैपिटल लेटर में पर्चे पर लिखेंगे। वैसे अब तक अंग्रेजी के कैपिटल लेटर में लिखने को लेकर पहले भी आदेश जारी होते रहे हैं। वर्ष 2016 से इस संबंध में तीन बार आदेश जारी हो चुके हैं। इसकेबाद भी केजीएमयू के डाक्टर मनमानी तरीके से दवाओं के नाम लिखते हैं। दवाओं के नाम इस कदर लिखे जाते हैं कि उसे कोई पढ़ नहीं सकता है।
कई बार ऐसा भी होता है कि नाम स्पष्ट नहीं होने पर मेडिकल स्टोर वाले भी लौटा देते हैं। अब किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक ने नया आदेश जारी किया है। सभी विभागाध्यक्षों को जारी आदेश में कहा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश को देखते हुए सभी चिकित्सक प्रेसक्रिप्शन और दवाओं के नाम अंग्रेजी के कैपिटल लेटर में लिखेंगे। निर्देश दिया गया है कि इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होने चाहिए।
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