लखनऊ। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने राजस्थान में चल रही डाक्टरों की हड़ताल को समर्थन देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर राजस्थान के डाक्टरों का उत्पीड़न नहीं रूका तो देश भर में आदोलन तय है। राजस्थान में चिकित्सकों की हड़ताल के ज्ञारहवें दिन सरकार ने हड़ताल समाप्त कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं और चिकित्सा विभाग ने शाम तक हड़ताल समाप्त होने के संकेत दिए हैं।
लखनऊ शाखा आईएमए के पदाधिकारी डा. जिलेदार रावत ने बताया कि प्रदेश स्तरीय आईएमए के पदाधिकारियों ने राजस्थान में डाक्टरों की हड़ताल को समर्थन दे दिया है। उनका कहना है कि डाक्टरों को उत्पीड़न रूकना चाहिए। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी से सरकार के कई प्रतिनिधि संपर्क में हैं और उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं। उधर, सरकार ने हड़ताल समाप्त नहीं होने की स्थिति में सख्त कदम उठाने की भी तैयारी कर रखी है।
शाम के बाद सख्त कदम उठाने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि आज शाम तक का समय चिकित्सकों को दिया गया है लेकिन अधिकतर चिकित्सक अभी तक काम पर नहीं लौटे हैं। शाम तक चिकित्सकों का समय है उसके बाद सरकार अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी।
उल्लेखनीय है कि क्रिसमस के दिन राजस्थान उच्च न्यायालय की विशेष खंडपीठ के निर्णय के बाद सरकार ने डॉक्टरों को कल चौबीस घंटे में काम पर लौटने का समय दिया था। आज दिन में कई जिलों में चिकित्सकों के काम पर लौटने की सूचनाएं आ रही थी लेकिन चिकित्सा विभाग ने अभी तक कोई संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी है। इसका मतलब यह लगाया जा रहा है कि सरकार की चेतावनी का चिकित्सकों पर कोई असर नहीं हो रहा है।
उधर हड़ताल के ज्ञारहवें दिन सरकारी अस्पतालों में हालात और बिगड़ गए हैं जिससे मरीज भारी परेशान हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन नहीं के बराबर हो रहे हैं और निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है।