बैक्टेरिया का पता लगाने का सस्ता और हल्का उपकरण विकसित

0
1043

न्यूज। आईआईटी गुवाहाटी के अनुसंधानकर्ताओं ने कोशिका कल्चर एवं सूक्ष्मजीववैज्ञानिक परीक्षण के बगैर बैक्टेरिया का तुरंत पता लगाने के लिए एक अनूठा आैर सस्ता उपकरण विकसित किया है।मैटेरियल्स कैमेस्ट्री नामक पत्रिका में छपे इस अध्ययन के अनुसार इस उपकरण से बैक्टेरिया का शीघ्र पता चल जाएगा जो न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बल्कि जैव आतंकवाद निरोधक उपायों आैर पर्यावरण निगरानी उपायों की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

Advertisement

बैक्टेरिया संक्रमण दुनियाभर में बीमारी एवं मौत की आम वजह है आैर तरह-तरह की एंटीबायोटिक दवाओं के विकास के बावजूद बैक्टेरिया संक्रमण का पता शुरुआती दौर में लगाना एक चुनौती है। गुवाहाटी के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि ऑर्गेनिक फील्ड इफेक्ट ट्रांजिस्टर पर आधारित उनके उपकरण की बैक्टेरिया का पता लगाने आैर उसके ग्राम पोजिटिव एवं ग्राम निगेटिव प्रकारों का फर्क करने की क्षमता साफ हो चुकी है।

फिलहाल प्रयोगशालाओं में शरीर के रुााव से बैक्टेरिया का पता लगाया जाता है। इसमें मरीज के शरीर से कोशिकाएं ली जाती हैं। उनका कल्चर किया जाता है या उनकी वृद्धि करायी जाती है ताकि सूक्ष्मजीववैज्ञानिक विश्लेषण के लिए पर्याप्त बैक्टेरिया कोशिकाएं उपलब्ध हों। आईआईटी गुवाहाटी के प्रोफेसर परमेश्वर के. अय्यर ने कहा, ” उपचार के लिहाज से खासकर तब जब समय बहुत अहम होता है, वर्तमान नैदानिक प्रक्रियाएं बहुत वक्त लेती हैं।””

उन्होंने कहा, ” क्यू पीसीआर जैसी नयी तकनीकी से पारंपरिक सूक्ष्मजीववैज्ञानिक तरीकों की तुलना में ज्यादा तेजी से बैक्टेरिया का पता चल जाता है। उसके लिए महंगे उपकरण आैर प्रशिक्षित कर्मी की जरूरत भी नहीं होती।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleकेजीएमयू में डॉक्टर्स कर्मचारियों की हड़ताल, मरीज बेहाल
Next articleमास्टरकार्ड ने लॉन्च किया आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here