लखनऊ। तमाम दावों के बाद भी गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में चिकित्सा अव्यवस्था बदहाल होती जा रही है। आलम यह है कि अपने साथी को भर्ती कराने के लिए कर्मियों काे धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। आरोप है कि यहां इमरजेंसी में तैनात सफाई कर्मी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद भी भर्ती ना करके घर भेज दिया गया। अपने साथी को 14 घंटे तक भर्ती न करने पर आक्रोशित कर्मियों ने अस्पताल में शुक्रवार को कामकाज ठप कर दिया। इससे संस्थान में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बताते चलें कि लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक की इमरजेंसी में 35 वर्षीय महिला सफाई कर्मी तैनात थी। बताया जाता है कि वहां ड्यूटी के दौरान ही संक्रमण की चपेट में आई थी। संविदा कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष आदिल का आरोप है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद भी सफाई कर्मी को कोविड अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। यही नहीं महिला सफाई कर्मचारी से ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने अभद्रता से बात किया और दुत्कार कर बाहर निकाल दिया। ऐसे में अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना दी गयी,लेकिन किसी भी अधिकारी ने एक ना सुनी और 14 घंटे बीत जाने पर भी मरीज भर्ती न होने पर कर्मियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। ऐसे में सुबह काम ठप कर प्रदर्शन किया। जिसके बाद सफाई कर्मचारी को भर्ती किया गया। लोहिया संस्थान प्रशासन का कहना है कि कोविड-19 हॉस्पिटल में कोई बिस्तर खाली ना होने के कारण दिक्कत हुई। सुबह एक बिस्तर खाली होने पर उसे तत्काल भर्ती कर लिया गया है।