लखनऊ। स्वास्थ्य की टीम में रविवार को इंद्रा नगर मुंशी पुलिया स्थित एक कांप्लेक्स में केयर डायग्नोस्टिक व पैथोलॉजी सेंटर पर छापा मारा। उसके साथ ही बगल में सूर्या पैथालॉजी की जांच पड़ताल की। दोनों ही पैथालॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर में गड़बड़ी मिली। दोनों को सील कर दिया गया। स्वास्थ विभाग ने शिकायत पर रविवार को जिला प्रशासन की टीम के साथ इंदिरा नगर की दोनों पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर पर कारवाई करने का निर्णय लिया। दोपहर में डिप्टी सीएमओ डॉ डीके बाजपेई के नेतृत्व में टीम इंद्रा नगर मुंशी पुलिया स्थित एक कंपलेक्स पर पहुंची। यहां पर चलने वाले केयर डायग्नोस्टिक सेंटर और पैथोलॉजी जांच पड़ताल शुरू की गई। जांच में ही गड़बड़ी मिलना शुरु हो गई।
पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड एक्स-रे अलग-अलग स्थानों पर लगे हुए थे। गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड के फॉर्म में गंभीर खामियां पाई गई। इसी प्रकार पैथोलॉजी मैं भी कई गड़बड़ी मिली। पंजीकरण भी नहीं मिला। इसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम में डायग्नोस्टिक , पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड को सील कर दिया। उसके बाद सूर्य पैथोलॉजी मैं भी जांच पड़ताल में पता चला कि वर्ष 2013 में पंजीकरण के लिए फॉर्म दिया गया था परंतु फायर एनओसी ना मिलने के कारण लौटा दिया गया था।
तब से पैथोलॉजी बिना पंजीकरण के चल रही थी बताते चलें कुछ वर्षों पहले स्वास्थ्य विभाग ने फायर की एनओसी ना होने पर लगाए जाने वाले उपकरणों का स्पष्टीकरण सेंटर से जमा करने के लिए कहा था। इसके बाद ही पंजीकरण नहीं कराया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसको भी सील कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने आसपास के पैथोलॉजी व डायग्नोसिस सेंटर पर कारवाई करने के लिए कहा परंतु रविवार होने के कारण कार्रवाई अगले चरण में करने का दावा किया गया। सीएमओ डॉ जीएस वाजपेई का कहना है जहां से शिकायत आएगी वहां तत्काल जांच कर कारवाई की जाएगी।