– आईजीआरएस पोर्टल पर हुई थी शिकायत
लखनऊ। खदरा स्थित आयशा हॉस्पिटल में मानकों के अनुसार मरीजों का इलाज मिलने पर तथा अन्य गंभीर गड़बड़ी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने लाइसेंस सोमवार को कैंसिल कर दिया। सीएमओ कार्यालय ने नगरीय स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को स्थानीय पुलिस के सहयोग से संचालन पर रोक लगाने की जिम्मेदारी दी गयी है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद भी गुपचुप तरीके से अस्पताल का संचालन हुआ, तो मुकदमा दर्ज होगा।
खदरा स्थित टीजी हॉस्टल के पास आयशा मैटरनिटी सेंटर का संचालन लम्बे अर्से से हो रहा है। आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की गयी थी कि अस्पताल में प्रशिक्षित स्टाफ न होने के बाद भी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इससे मरीजों की जान को खतरा बना रहता है। इस शिकायत के आधार पर डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन, डॉ. केडी मिश्रा की संयुक्त टीम ने अस्पताल पर छापा मारा था। अस्पताल में बॉयोमेडिकल वेस्ट, फायर समेत तमाम क्लीनिकल खामियां मिली थीं। टीम ने अपनी रिपोर्ट सीएमओ को दे दी थी। सीएमओ डा. मनोज अग्रवाल ने जांच रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि जब तक अस्पताल के सभी मानक पूरे नहीं होते हैं, उसका संचालन नहीं होगा। गड़बड़ी मिलने पर सख्ती से कार्रवाई होगी।