लखनऊ। एंबुलेटरी ब्लड प्रेशर मशीन (एबीपीएम) से ब्लड प्रेसर (बीपी) की मॉनिटरिंग आसान हो गई है। रात के समय बीपी बढ़ी हुई होती है तो वहीं दिन में कम होती है। यह जानकारी रविवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कलाम सेंटर में वल्र्ड कांग्रेस क्रोनो मेडिसिन सोसायटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने दी।
डा. श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे में सुबह के वक्त सामान्य से बीस फीसदी ज्यादा बीपी बढ़ा हुआ है तो खतरा भांप लें। इससे हॉर्ट अटैक, पैरालिसिस और किडनी फेल्योर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। डॉ. संजय अरोरा ने कहा कि अगर देर रात तक का ऑफिस वर्क है तो सूर्य ढलते भोजन कर लें और सोने के समय कोई तरल पदार्थ लें।
कार्यशाला में प्रो. आर बी सिंह ने कहा कि व्यायाम की कमी, रिफाइंड और फास्ट फूड का प्रयोग समस्याओं को बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि अब फंक्शनल एमआरआई मशीन से मस्तिष्क की कोशिकाओं की जांच आसान हो गई है। हालांकि अभी यूपी में इस तरह की सुविधा नहीं है लेकिन जल्द ही सुविधा मिलने लगेगी। डॉ. दर्शन बजाज ने कहा कि बड़े सात घंटे और बच्चे 10 से 12 घंटे की नींद कम से कम लें। साथ ही दिन में कभी भी 45 मिनट से ज्यादा नींद न लें। सोने और उठने का समय निर्धारित करें। कॉफी प्रोडक्ट्स का प्रयोग रात में न करें तो ज्यादा बेहतर होगा।
डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि एंबुलेटरी ब्लड प्रेशर मशीन (एबीपीएम) से ब्लड प्रेसर (बीपी) की मॉनिटरिंग आसान हो गई है। रात के समय बीपी बढ़ी हुई होती है तो वहीं दिन में कम होती है। ऐसे में सुबह के वक्त सामान्य से बीस फीसदी ज्यादा बीपी बढ़ा हुआ है तो खतरा भांप लें। इससे हॉर्ट अटैक, पैरालिसिस और किडनी फेल्योर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। डॉ. संजय अरोरा ने कहा कि अगर देर रात तक का ऑफिस वर्क है तो सूर्य ढलते भोजन कर लें और सोने के समय कोई तरल पदार्थ लें। जिससे कि संतुलन बना रहे।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.