लखनऊ। वजीर हसन रोड स्थित प्राइवेट ब्लड बैंक से एक्सपायरी डेट की प्लेटलेट यूनिट के मरीजों
को दिए जाने पर अस्पताल में बेदखल कर दिया गया। डॉक्टर
ने प्लेटलेट्स यूनिट के साथ लगे रहने के बाद उसे चढ़ाने से मना कर दिया। तीमारदार ने ब्लड बैंक पर
एक जैसा आरोप लगाया। रविवार को तीमारदार ने प्लेटलेट वापस लौटा दी और
उसे नई प्लेटलेट यूनिट दे दी गई।
सितारपुर निवासी श्याम दिखाई दे रहा था। इलाज के बाद भी उनकी प्लेटलेट्स करीब
18 हजार पहुंच गई थीं। इलाज कर रहे डॉक्टर ने उन्हें प्लेटलेट्स लेने के लिए
वजीरहसन रोड स्थित ब्लड बैंक भेज दिया। तीमारदार प्लेटलेट्स
सीतापुर के अस्पताल में। यहां से प्लेटलेट्स यूनिट लेने के बाद जब अस्पताल पहुचाता है, तो वहां पर डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स की जांच की तो पाया कि वह एक्सपायर यूनिट है। डॉक्टर ने प्लेटलेट्स को पहनने से मना कर दिया। तीमारदार ने आपत्तिजनक दावा किए हुए प्लेटलेट्स ब्लड बैंक में वापस संपर्क किया। बताया जाता है कि इस प्रकरण को चालक के लिए न्यू प्लेटलेट यूनिट देने के मामले को रफा दफा करने को कहा गया।
आरोप
है एक्सपायर लोगांने के पर वैलिड स्टिकर क्लोजर प्लेट को कवर किया गया था। अस्पताल प्रशासन ने तीमारदार के सहयोग से FSD विभाग को अपनी शिकायत दी है।